रांची (हि.स.)। रांची में खेले जा रहे एफआईएच हॉकी ओलंपिक क्वालीफायर्स मुकाबले में जर्मनी की महिला हॉकी टीम फाइनल में पहुंच गयी है। गुरुवार को खेले गए दूसरे सेमीफाइनल में भारत के साथ हुए मुकाबले में उसने जीत हासिल की। आखिरी समय तक स्कोर दो-दो रहने के बाद पेनाल्टी शूट आउट का सहारा लेना पड़ा, जिसमें जर्मनी ने चार-तीन के अंतराल के साथ जीत हासिल की।
मैच की शुरुआत में भारतीय टीम की ओर से पहले ही क्वार्टर में दीपिका ने एक गोल दाग कर स्कोर 1-0 कर दिया।हालांकि दूसरे क्वार्टर में ही जर्मनी की ओर से कार्लोट स्टेपनहोर्स्ट ने गोल दागकर स्कोर एक-एक पर बराबर कर दिया। इसके बाद तीसरे क्वार्टर में दोनों टीमें एकदूसरे पर हमले करती रहीं पर एक भी गोल देखने को नहीं मिला।
आखिरी क्वार्टर में एक बार फिर कार्लोट ने अपनी टीम के लिए एक गोल कर भारत पर 2-1 की बढ़त दिला दी। हालांकि मैच की समाप्ति से ठीक एक मिनट पहले (59वें मिनट) इशिका चौधरी ने गोल कर स्कोर को फिर बराबरी (2-2) पर ला दिया।
इसके बाद पेनाल्टी शूट आउट में खेल चला गया। इसमें जर्मनी ने कुल चार जबकि भारतीय टीम की ओर से तीन गोल ही हो सके। अंततः मैच जर्मनी की जीत के साथ खत्म हुआ। इस तरह इस जीत के साथ जर्मनी टीम फाइनल में पहुंच गयी। अब उसका मुकाबला 19 जनवरी को पहले सेमीफाइनल की विनर अमेरिकी टीम से होगा। प्लेयर ऑफ द मैच का खिताब कार्लोट को मिला।
फाइनल खेलने वाली टीमों में कोई भी जीते या हारे, पेरिस ओलंपिक के लिए वे क्वालिफाई कर गयी हैं।सेमीफाइनल में हारने वाली टीमों के बीच मुकाबले के आधार पर जो विजेता होगा और तीसरा स्थान हासिल करेगा, वह भी पेरिस ओलंपिक के लिए पात्रता लेगा। अब 19 जनवरी को भारतीय टीम जापान के साथ तीसरे स्थान के लिए जोर आजमाइश करेगी।
भारतीय टीम के उत्साहवर्धन के लिए मौके पर स्टेडियम में मंत्री बादल, बन्ना गुप्ता, टीम इंडिया के पूर्व कैप्टन एमएस धोनी, पूर्व स्वास्थ्य सचिव अरुण कुमार सिंह सहित अन्य भी मौजूद रहे। इस दौरान हॉकी इंडिया की तरफ से भोलानाथ सिंह और खेल निदेशक सुशांत गौरव ने धौनी को सम्मानित भी किया गया।