रायपुर (हि.स.)। छत्तीसगढ़ विधानसभा में शुक्रवार वित्तमंत्री ओपी चौधरी ने प्रदेश का बजट पेश किया, जिसमें विभिन्न मदों के लिए करोड़ों रुपये का प्रावधान किया गया है। भाजपा सरकार की महत्वाकांक्षी योजना श्री रामलला दर्शन योजना के लिए 35 करोड़ का प्रावधान किया गया है।
इसी के साथ बजट में स्व सहायता समूह के माध्यम से महिलाओं को रोजगार देने के लिए 561 करोड रुपये का प्रावधान, पंचायत एवं ग्रामीण विकास के अंतर्गत 70 हजार 539 करोड़ का प्रावधान, 70 प्रतिशत वृद्धि, ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार हेतु 2887 करोड़ का प्रावधान, सड़कों के लिए 841 करोड़ का प्रावधान, कचरा प्रबंधन की योजनाओं के लिए 400 करोड़ का प्रावधान, योजना प्रारंभ करने के लिए 500 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है। युवाओं के लिए छत्तीसगढ़ उद्यम क्रांति योजना का इसी बजट में प्रावधान, स्टेट कैपिटल योजना के लिए 5 करोड़ रुपए का प्रावधान, शक्तिपीठ परियोजना के लिए 5 करोड़ रुपये का प्रावधान, श्री रामलला दर्शन योजना के लिए 35 करोड़ का प्रावधान, कुनकुरी में कृषि अनुसंधान केंद्र की स्थापना की जाएगी।
इन्वेस्ट छत्तीसगढ़ का आयोजन किया जाएगा, तेंदूपत्ता संग्राहकों को 5500 रुपये प्रति बोरा किया गया। देश की अर्थव्यवस्था के लिए पांच ट्रिलियन और 10 ट्रिलियन इकोनॉमी का लक्ष्य रखा है। पांच सालों के लिए भारत को तीसरी सबसे बड़ी आर्थिक शक्ति बनाने का टारगेट है। आज हमारे छत्तीसगढ़ की जीएसडीपी लगभग पांच लाख करोड़ है, जिसे आने वाले पांच साल में 2028 तक 10 लाख करोड़ करना हमारा महत्वाकांक्षी लक्ष्य है। नई सड़कों के लिए 841 करोड़ का प्रावधान, रायपुर, बिलासपुर स्मार्ट सिटी के लिए 402 करोड़ का प्रावधान, पर्यटन एवं संस्कृति मुख्यमंत्री जन पर्यटन योजना प्रारंभ की जाएगी। प्रदेश के पांच शक्तिपीठों के विकास के लिए योजना के लिए 5 करोड़, गोंडी भाषा के विकास हेतु 2 करोड़ 50 लाख का प्रावधान, आदिभाषाओं के संरक्षण और विकास के लिए प्रावधान, संवर्धन से जुड़े कार्यों के क्रियान्वयन के लिए कैम्पा में एक हजार करोड़ रुपये का प्रावधान, चरण पादुका के लिए 35 करोड़ का प्रावधान, हाथी मानव द्वंद से बचाव के लिए रैपिड रिस्पांस टीम के गठन के लिए 20 करोड़ का प्रावधान बजट में किया गया है।