देश में लड़कियों के विवाह की उम्र बढ़ सकती है। केंद्र सरकार ने लड़कियों की मातृत्व की आयु, मातृ मृत्यु दर को कम करने और पोषण स्तर बेहतर करने से जुड़े मुद्दों के साथ-साथ कुछ अन्य संबंधित विषयों पर गौर करने के लिए एक टास्क फोर्स का गठन किया है।
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने अपने बजट भाषण के दौरान इसका ज़िक्र किया था। उन्होंने कहा था कि जैसे-जैसे भारत प्रगति पथ पर निरंतर आगे बढ़ता रहा,लड़कियों के लिए उच्च शिक्षा प्राप्त करने और करियर बनाने के अवसर भी मिलने लगे हैं। एमएमआर को कम करने के साथ-साथ पोषण स्तर बेहतर करना भी नितांत आवश्यक है। इन सभी बातों को ध्यान में रखकर ही लड़कियों के मातृत्व की उम्र से जुड़े समस्त मुद्दे पर गौर करने की जरूरत है।
टास्क फोर्स विवाह और मातृत्व की आयु के इन सभी के साथ सह-संबंध पर गौर करना, माँ का स्वास्थ्य, चिकित्सीय सेहत एवं पोषण की स्थिति और गर्भावस्था,जन्म एवं उसके बाद नवजात शिशु, शिशु मृत्यु दर (आईएमआर), मातृ मृत्यु दर (एमएमआर), कुल प्रजनन दर (टीएफआर), जन्म के समय लिंग अनुपात (एसआरबी), बाल लिंग अनुपात (सीएसआर), स्वास्थ्य और पोषण से संबंधित विषयों गौर करेगी और पर अपने सुझाव देगी।
इसके अलावा टास्क फोर्स लड़कियों के बीच उच्च शिक्षा को बढ़ावा देने के उपाय तथा उपयुक्त विधायी उपाय अथवा मौजूदा कानूनों में संशोधन सुझाएगी। इसके लिए सुश्री जया जेटली की अध्यक्षता में टास्क फोर्स का गठन किया गया है।