देश की अर्थव्यवस्था में सुधार दिखाई देने लगा है। अगस्त महीने में सकल जीएसटी राजस्व संग्रह 1,12,020 करोड़ रुपये रहा, जिसमें सीजीएसटी 20,522 करोड़ रुपये, एसजीएसटी 26,605 करोड़ रुपये, आईजीएसटी 56,247 करोड़ रुपये (वस्तुओं के आयात पर संग्रहीत 26,884 करोड़ रुपये सहित) और उपकर (सेस) 8,646 करोड़ रुपये (वस्तुओं के आयात पर संग्रहीत 646 करोड़ रुपये सहित) शामिल हैं।
सरकार ने नियमित निपटान के रूप में सीजीएसटी के लिए 23,043 करोड़ रुपये और आईजीएसटी से एसजीएसटी के लिए 19,139 करोड़ रुपये का निपटान किया है। इसके अतिरिक्त केन्द्र सरकार ने केन्द्र और राज्यों के बीच 50:50 के आधार पर 24,000 करोड़ रुपये को आईजीएसटी तदर्थ निपटान के तौर पर किया है। अगस्त 2021 में नियमित निपटान के बाद केन्द्र सरकार और राज्य सरकारों द्वारा अर्जित कुल राजस्व सीजीएसटी के लिए 55,565 करोड़ रुपये और एसजीएसटी के लिए 57,744 करोड़ रुपये है।
अगस्त 2021 महीने के लिए राजस्व संग्रह पिछले साल के इसी महीने में संग्रहीत हुए जीएसटी राजस्व के मुकाबले 30 प्रतिशत अधिक है। महीने के दौरान वस्तुओं के आयात से प्राप्त राजस्व 27 प्रतिशत अधिक रहा है। अगस्त 2019-20 के राजस्व संग्रह 98,202 करोड़ रुपये की तुलना में इसमें 14 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।
जीएसटी संग्रह लगातार नौ महीने तक 1 लाख करोड़ रुपये से अधिक रहने के बाद जून 2021 में घटकर 1 लाख करोड़ रुपये के स्तर से नीचे आ गया था। कोविड प्रतिबंधों में ढील देने के बाद जीएसटी संग्रह जुलाई और अगस्त 2021 में फिर 1 लाख करोड़ से अधिक हो गया जो यह दर्शाता है कि अर्थव्यवस्था तेजी से सुधर रही है। आर्थिक वृद्धि और कर अपवंचना निरोधक गतिविधियों खासकर फर्जी बिल बनाने वालों के खिलाफ कार्रवाई से जीएसटी संग्रह में बढ़ोतरी हुई है और आने वाले महीनों में जीएसटी संग्रह के दमदार बने रहने की संभावना है।