चेन्नई के दौरे पर पहुंचे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अर्जुन मेन बैटल टैंक (एमके-1ए) को भारतीय सेना को समर्पित किया। युद्धक टैंक को स्वदेशी रूप से डिजाइन, विकसित और निर्मित किया गया है।
इसके अलावा प्रधानमंत्री ने 3,770 करोड़ की लागत से बने चेन्नई मेट्रो रेल फेज-1 एक्सटेंशन का उद्घाटन किया। उन्होंने वाशरमेनपेट से विम्को नगर तक यात्री सेवा को भी हरी झंडी दिखाई। यह एक्सटेंशन नॉर्थ चेन्नई को एयरपोर्ट और सेंट्रल रेलवे स्टेशन से जोड़ेगा।
उन्होंने इसके साथ ही चेन्नई बीच और अट्टिपट्टु के मध्य चौथी रेलवे लाइन, विल्लुपुरम-कुड्डालोर-मयिलादुथुरई-थंजावुर और मयिलादुथुरई-थिरुवरुर में सिंगल लाइन रेलवे खंड के विद्युतीकरण का उद्घाटन किया। वहीं आईआईटी मद्रास के डिस्कवरी कैंपस का शिलान्यास किया। इसके अलावा ने ग्रैंड एनीकट नहर प्रणाली के विस्तार और आधुनिकीकरण का शिलान्यास किया।
इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि चेन्नई शहर उत्साह, ऊर्जा और क्रियेटिविटी से भरपूर है। आज कई इन्फ्रास्ट्रक्चर परियोजनाओं का शुभारंभ किया गया है। ये परियोजनाएं इनोवेशन और स्वदेशी के उदाहरण हैं, जो विकास को बढ़ावा देगा।
उन्होंने कहा कि मैं रिकॉर्ड खाद्यान्न उत्पादन और जल संसाधन के समुचित इस्तेमाल के लिए तमिलनाडु के किसानों की सराहना करता हूँ। ग्रैंड एनीकट नहर प्रणाली आत्मनिर्भर भारत के लक्ष्यों का प्रेरणा स्रोत है।
उन्होंने कहा कि चेन्नई मेट्रो फेज-1 परियोजना वैश्विक महामारी के बावजूद निर्धारित समय पर पूरी हुई है। इसका सिविल निर्माण गतिविधियों को भारतीय ठेकेदारों द्वारा पूरा किया गया था, जो आत्मनिर्भर भारत का प्रतीक है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि कई परियोजनाओं का विद्युतीकरण डेल्टा जिलों के लिए वरदान साबित होगा। बेहतर कनेक्टिविटी से सुविधा और व्यापार बढ़ता है। 228 किलोमीटर लंबी इस लाइन से खाद्यान्नों की तेजी से आवाजाही सुनिश्चित होगी।
पीएम मोदी ने कहा कि दो साल पहले आज ही के दिन पुलवामा हमला हुआ था। हम सभी शहीदों को श्रद्धांजलि देते हैं। हमें अपने सुरक्षा बलों पर गर्व है। उनकी बहादुरी से पीढय़िों को प्रेरणा मिलती रहेगी दो रक्षा गलियारों में से एक तमिलनाडु में है।
उन्होंने कहा कि आज मुझे अपने देश की रक्षा के लिए एक और वॉरियर देश को समर्पित करने पर गर्व है। मुझे स्वदेशी रूप से डिजाइन और निर्मित अर्जुन मार्क 1ए को सौंपने पर भी गर्व है।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि हम अपने सशस्त्र बलों को दुनिया की सबसे आधुनिक फोर्सेज में से एक बनाने के लिए काम करना जारी रखेंगे। हमारा देश शांति में विश्वास करता हैं लेकिन भारत हर कीमत पर अपने संप्रभुता की रक्षा करने में सक्षम है।