नई दिल्ली (हि.स.)। सोमालिया के पूर्वी तट पर लगातार बढ़ रही घटनाओं के बीच भारतीय नौसेना ने शुक्रवार को एक और समुद्री डकैती को नाकाम करके लुटेरों को खदेड़ दिया है। ईरानी जहाज और उसके चालक दल को सात समुद्री लुटेरों ने बंधक बना लिया था।
भारत ने लाल सागर और हिंद महासागर क्षेत्र में समुद्री डकैती रोकने के लिए अपने दस से ज्यादा जहाज ‘एंटी पायरेसी मिशन’ पर तैनात किये हैं। भारतीय नौसेना को मछली पकड़ने वाले ईरानी जहाज एफवी ओमारी को सोमालिया के पूर्वी तट पर अपहृत करके चालक दल को बंधक बनाए जाने की जानकारी 31 जनवरी को मिली। इस पर क्षेत्र में निगरानी कर रहे भारतीय नौसेना ने एफवी ओमारी का पता लगाने के बाद समुद्री डकैती विरोधी मिशन के लिए तैनात आईएनएस शारदा को मौके पर जाने के लिए मोड़ दिया।
दरअसल, ईरानी ध्वज वाले जहाज एफवी ओमारी पर सात समुद्री लुटेरों ने कब्ज़ा करके चालक दल को बंधक बना लिया था। भारत का युद्धपोत आईएनएस शारदा 02 फरवरी को सुबह मौके पर पहुंचा। भारतीय नौसैनिकों ने अपने हेलीकॉप्टर और नौकाओं का इस्तेमाल करके अपहृत जहाज को घेरकर समुद्री लुटेरों को जहाज के साथ चालक दल की सुरक्षित रिहाई के लिए समुद्री डाकुओं को मजबूर कर दिया। भारत ने जहाज सहित चालक दल के 19 सदस्यों को सुरक्षित बचा लिया, जिसमें 11 ईरानी और 08 पाकिस्तानी नागरिक हैं।
भारतीय नौसेना के कमांडर विवेक मधवाल ने बताया कि सोमालियाई समुद्री डाकुओं से रिहा कराए गए चालक दल के स्वास्थ्य की जांच करने के साथ जहाज को सफाई करने के बाद अपने कब्जे में लिया है। उन्होंने कहा कि समुद्री डकैती रोधी और समुद्री सुरक्षा अभियानों के लिए तैनात भारतीय नौसेना प्लेटफॉर्म मिशन के अथक प्रयास, समुद्र में बहुमूल्य जीवन बचाने के लिए जारी हैं, जो समुद्र में सभी जहाजों और नाविकों की सुरक्षा के प्रति भारतीय नौसेना के संकल्प का प्रतीक है।
गौरतलब है कि नौसेना ने दो माह में आधा दर्जन से ज्यादा अपहृत विदेशी जहाजों को डाकुओं से छुड़ाकर समुद्र में अपना दबदबा कायम किया है।