भारतीय रेल की अर्थव्यवस्था रेल के पहियों की तरह आगे की ओर बढ़ रही है। कोविड की चुनौतियों के बावजूद पश्चिम मध्य रेल की रेलवे आय में वृद्धि हुई है। पश्चिम मध्य रेल ने इस वित्तीय वर्ष 2021-22 के अप्रैल से दिसंबर तक कुल 4137 करोड़ रुपये का रेल राजस्व अर्जित किया है, जो पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष 28 प्रतिशत अधिक है।
पश्चिम मध्य रेल ने पैसेंजर यातायात में अप्रैल से दिसंबर 2021 तक रेलवे रेवेन्यू 949 करोड़ रुपये अर्जित किया है। जिसमें गत वर्ष के रेवेन्यू 253 करोड़ रुपये की तुलना में इस वर्ष 276 प्रतिशत की रिकॉर्ड वृद्धि हुई है। गौरतलब है कि पश्चिम मध्य रेल से प्रारंभ होने या गुजरने वाली 780 यात्री ट्रेनों का संचालन किया जा रहा है।
इसके अलावा पश्चिम मध्य रेल को अन्य कोचिंग रेवेन्यू से 107 करोड़ रुपये की आय अर्जित हुई है। इसी प्रकार पिछले नौ माह से लगातार सबसे अधिक आय का भाग माल ढुलाई में पुनः वृद्धि करते हुए माह अप्रैल से दिसंबर 2021 तक पिछले वर्ष के इसी अवधि की तुलना में 2966 करोड़ रुपये का राजस्व प्राप्त किया है।
इसके अतिरिक्त संड्डरी रेवेन्यू में भी पिछले वित्तिय वर्ष के इस अवधि की तुलना में 25 प्रतिशत अधिक रुपये 115 करोड़ प्राप्त किया है। इस प्रकार पश्चिम मध्य रेल ने अप्रैल से दिसंबर 2021 तक प्रारंभिक रेल राजस्व की आय में कुल 4137 करोड़ रुपये हुई जो कि इसी अवधि में पिछले वर्ष की तुलना 28 प्रतिशत अधिक है।