इस्पात क्षेत्र निर्माण, अवसंरचना, ऑटोमोबाइल, इंजीनियरिंग और रक्षा जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। पिछले कुछ वर्षों में, देश के इस्पात क्षेत्र में जबरदस्त वृद्धि देखी गई है और भारत इस्पात उत्पादन में एक वैश्विक शक्ति तथा दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा इस्पात उत्पादक देश बनकर उभरा है।
चालू वित्त वर्ष के पहले आठ महीनों (अप्रैल-नवंबर 2023) में इस्पात क्षेत्र का उत्पादन प्रदर्शन बहुत सराहनीय रहा है। घरेलू तैयार इस्पात उत्पादन पिछले वर्ष की इसी अवधि की 78.498 मिलियन टन की तुलना में 89.711 मिलियन टन रहा, जो 14.3 प्रतिशत ज्यादा है।
घरेलू इस्पात खपत 87.066 मिलियन टन है, जो 75.765 मिलियन टन के सीपीएलवाई की तुलना में 14.9 प्रतिशत ज्यादा है। घरेलू कच्चे इस्पात का उत्पादन 14.7 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 94.114 मिलियन टन है, जबकि पिछले वर्ष की इसी अवधि में 82.072 मिलियन टन उत्पादन हुआ था।
अप्रैल-नवंबर 2023 की अवधि में, तैयार इस्पात का आयात पिछले वर्ष के 3.751 मिलियन टन से बढ़कर चालू वर्ष में 4.253 मिलियन टन हो गया है, जिसमें 13.4 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।