देश की प्रमुख एकीकृत बिजली उत्पादक कंपनी एनटीपीसी के समूचे समूह की स्थापित विद्युत उत्पादन क्षमता 73,024 मेगावाट तक पहुंच गई है। इसमें 57,038 मेगावाट की स्थापित क्षमता एनटीपीसी के अपने संयंत्रों की है जबकि 15,986 मेगावाट क्षमता एनटीपीसी की अनुषंगियों और संयुक्त उद्यम कंपनियों की शामिल है। बिहार में 660 मेगावाट क्षमता के स्टेज-। की यूनिट-2 (3 गुणा 660 मेगावाट) बाढ़ सुपर थर्मल पावर प्रोजेक्ट के चालू हो जाने के बाद एनटीपीसी समूह की कुल क्षमता 73 गीगावाट से अधिक हो गई है।
इनमें एनटीपीसी के खुद के 50 विद्युत स्टेशन (26 कोयला आधारित स्टेशन, 7 गैस से चलने वाले स्टेशन, 1 हाइड्रो स्टेशन, 16 नवीकरणीय ऊर्जा आधारित स्टेशन) शामिल है जबकि 39 विद्युत स्टेशन (9 कोयला आधारित, 4 गैस आधारित 8 हाइड्रो और 18 नवीकरणीय ऊर्जा आधारित) उसके संयुक्त उद्यमों और अनुषंगी कंपनियों के शामिल हैं। इस उपलब्धि से राष्ट्र को सस्ती और विश्वसनीय बिजली उपलब्ध कराने की एनटीपीसी की प्रतिबद्धता को और बल मिला है। इसके अलावा, कंपनी, वर्ष 2032 तक 60,000 मेगावाट नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता हासिल करने के लिए भी प्रतिबद्ध है।
एनटीपीसी लिमिटेड, देश की सबसे बड़ी एकीकृत विद्युत उत्पादक कंपनी है जो कि देश की बिजली आवश्यकता में एक चौथाई योगदान करती है। कंपनी ताप विद्युत, जल विद्युत, सौर ऊर्जा और पवन ऊर्जा सयंत्रों के विविध क्षेत्रों में कार्य करने के साथ ही बेहतर व्यवहारों को अपनाने, नये प्रयास करने और पर्यावरण अनुकूल बेहतर भविष्य के लिए स्वच्छ ऊर्जा प्रौद्योगिकी अपनाने को प्रतिबद्ध है।