रेलवे स्टेशनों पर रेल यात्रियों को सस्ती एवं उपयोगी दवाइयाँ रेल्वे स्टेशन पर ही उपलब्ध करने हेतु भारतीय रेल ने कुछ रेलवे स्टेशनों के सर्कुलेटिंग एरिया और कॉनकोर्स में प्रधानमंत्री भारतीय जनऔषधि केंद्र (PMBJK) स्थापित करने के लिए एक नीतिगत ढाँचा तैयार किया है, जिनका संचालन लाइसेंसधारक करेंगे।
रेल मंत्रालय ने पायलट परियोजना के तहत 50 रेलवे स्टेशनों पर प्रधानमंत्री भारतीय जनऔषधि केंद्र स्थापित करेगा। जिसमें पश्चिम मध्य रेल के अंतर्गत आने वाले राज्यों मध्य प्रदेश के रतलाम, मदन महल, बीना, नैनपुर और राजस्थान के सवाई माधोपुर, भगत की कोठी रेलवे स्टेशन शामिल हैं।
इस तरह पमरे के जबलपुर मण्डल में मदन महल, भोपाल मण्डल में बीना एवं कोटा मण्डल में सवाई माधोपुर रेलवे स्टेशनों पर जल्द ही प्रधानमंत्री भारतीय जनऔषधि केंद्र प्रारम्भ किया जाना प्रस्तावित है। इस संबंध में औषधि व्यवसाय के कार्य में संलग्न व्यवसायियो को समुचित जानकारी देने हेतु तीनों मंडल कार्यालय में प्री-बिड मीटिंग का आयोजन किया गया।
उल्लेखनीय है कि रेलवे बोर्ड की नयी नीति के अनुसार अब रेलवे स्टेशनों पर यात्रियों की सुविधा के लिए जेनरिक दवाओ की बिक्री प्रारंभ की जा रही है। इसे स्टेशन के सर्कुलेटिंग एरिया में बुकिंग ऑफिस के पास प्रारंभ किया जायेगा इसके संचालन हेतु रेलवे द्वारा ई-ऑक्शन मोड्यूल के माध्यम से तीन वर्ष की अवधि हेतु ऑन लाइन प्रस्ताव आमंत्रित किये जायेगे। जनऔषधि केंद्र के लिए स्टॉल रेलवे द्वारा ही बनाकर दिया जाएगा। इस संबंध में इच्छुक व्यक्ति रेलवे कार्य दिवस में मंडल रेल प्रबंधक कार्यालय के वाणिज्य विभाग में संपर्क करके विस्तृत जानकारी प्राप्त कर सकते है।
रेलवे स्टेशनों पर पीएमबीजेके स्थापित करने का उद्देश्य सभी को किफायती मूल्यों पर गुणवत्तापूर्ण दवाइयाँ और जनऔषधि उत्पाद को बढ़ावा देना है। रेलवे स्टेशनों पर यात्रियों और आगुन्तकों को जनऔषधि उत्पादों का आसानी से उपयोग करने में सक्षम बनाना, रोज़गार के अवसर पैदा करना और उघमियों के लिए अवसर जुटाना है।