इस सप्ताह 30 नवंबर को कार्तिक पूर्णिमा का स्नान एवं व्रत है। पौराणिक मान्यता है कि इसी तिथि को भगवान विष्णु का मत्स्य अवतार हुआ था।
पं अनिल पाण्डेय के अनुसार इस दिन गंगा स्नान दीपदान अन्न दान आदि का विशेष महत्त्व है। त्रिदेवों ने इसे महा पुनीत पर्व कहा है।
उन्होंने बताया कि कार्तिक पूर्णिमा के दिन ही भगवान शिव ने त्रिपुरासुर का वध किया था। भगवान शिव को इसी दिन से त्रिपुरारी कह कर बुलाया जाता है। इसके बाद 3 दिसंबर को गणेश चतुर्थी का व्रत है।
कार्तिक पूर्णिमा को सिख धर्म के प्रवर्तक और पहले गुरु नानक देव की जयंती भी है। सिख समुदाय गुरु नानक देव की जयंती को गुरु पर्व और प्रकाश पर्व के रूप में मानते हैं।