नई दिल्ली (हि.स.)। देश भर के अनेक किसान यूनियनों के आह्वान पर आज मंगलवार को दिल्ली कूच करेंगे। इसको लेकर सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए गए हैं। हालांकि कथित तौर पर यह देश के लगभग 200 किसान यूनियनों का आंदोलन है पर मुख्य तौर पर पंजाब, हरियाणा और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के किसान ही इसमें प्रमुख रूप से शामिल होने वाले हैं। इसीलिए इन राज्यों से लगने वाले सिंघु बार्डर और गाजीपुर बार्डर पर उन्हें रोकने के लिए खासे इंतजाम किए गए हैं।
पिछली बार के किसान आंदोलन को देखते हुए पहले से ही सावधानी बरती जा रही है। दिल्ली से सटी हरियाणा की की सीमा पर सशस्त्र बलों की 11 अतिरिक्त कंपनियां तैनात की गई हैं। हरियाणा और पश्चिमी उत्तर प्रदेश से आने वाली सड़कों पर सीमेंट के बड़े बड़े अवरोधक (स्लैब), कंटीले तार और सड़क पर कीलें लगाकर ट्रैक्टर के दिल्ली की सीमा में प्रवेश को रोकने के इंतजाम किए गए हैं।
उल्लेखनीय है कि पहले से घोषित किसानों के दिल्ली कूच को देखते हुए सरकार की ओर से सोमवार को एक बार फिर प्रयास किए गए। बीती देर रात किसान नेताओं और केन्द्रीय मंत्रियों के बीच एक बार फिर बातचीत हुई, पर बेनतीजा रही। किसान नेता एमएसपी अर्थात न्यूनतम समर्थन मूल्य सहित अन्य मांगों पर अड़े हुए हैं और सरकार के किसी भी आश्वासन को खारिज कर चुके हैं।
किसानों के आंदोलन को देखते हुए आज हरियाणा और पश्चिमी उत्तर प्रदेश से नियमित दिल्ली आने वालों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। सरकार की कोशिश है कि किसान आज का प्रदर्शन कर सीमा से ही वापस चले जाएं और पिछली बार की तरह धरना देकर न बैठ जाएँ। जबकि कुछ किसान नेता आंदोलन को लंबा चलाने के संकेत दे रहे हैं।