कुशीनगर (हि.स.)। गौतम बुद्ध की महापरिनिर्वाण स्थली कुशीनगर शनिवार को दक्षिण कोरिया से आए पांच सौ सदस्यों के बड़े दल के आने से गुलजार हो गई। चल रहे पर्यटन सत्र में पर्यटकों का यह सबसे बड़ा दल है। पर्यटन उद्यमियों एवम् अधिकारियों ने दल का स्वागत किया और एक दूसरे को शुभकामनाएं दी।
औपचारिकताओं के बाद दल ने महापरिनिर्वाण बुद्ध मंदिर में विश्व शांति व मानव कल्याण के लिए विशेष पूजा की। तथागत बुद्ध की लेटी प्रतिमा पर श्रद्धापूर्वक चीवर चढ़ाया। बुद्ध के शवदाह स्थल रामाभार स्तूप का भी दर्शन व पूजन-वंदन किया और विश्व शांति की कामना की। दल वैशाली से यहां पहुंचा था।
सैलानियों ने महापरिनिर्वाण बुद्ध मंदिर परिसर में बैठकर लगभग दो घण्टे विपश्यना साधना भी किया। दक्षिण कोरिया के जंगटो बुद्धिस्ट सोसायटी के प्रधान बौद्ध भिक्षु पोमन्युन सुनिम ने पूजा व ध्यान कराया। रविवार को कोरियन दल लुम्बिनी (नेपाल) के लिए रवाना हो जाएगा। दल 15 दिनों के लिए भारत के बौद्ध परिपथ के पर्यटक स्थलों के भ्रमण पर है। इन्होंने अपनी यात्रा सारनाथ से प्रारंभ किया। बोधगया, नालंदा, राजगिरि, वैशाली होकर कुशीनगर आए हैं।