राजकोट (हि.स.)। भड़काऊ भाषण देने के मामले में कच्छ पुलिस ने मौलाना मुफ्ती सलमान अजहरी को राजकोट जेल से हिरासत में लिया है। कच्छ पुलिस ने मौलाना को हिरासत में लेने के बाद मामले की जांच शुरू कर दी है। जिले के सामखियाली में आयोजित धार्मिक कार्यक्रम में मौलाना पर भड़काऊ भाषण देने का आरोप है।
कच्छ जिले के सामखियाली नए बस स्टैंड के पीछे गुलशने मोहमदी ट्रस्ट के स्कूल में 31 जनवरी को सुबह मुफ्ती सलमान अजहरी ने भड़काऊ भाषण दिया था। इसके बाद 31 जनवरी की ही रात को जूनागढ़ में सलमान अजहरी ने सनातन धर्म के विरुद्ध भाषण दिया था। इस भाषण की क्लिप बहुत तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हुई, जिसके बाद गुजरात एटीएस अलर्ट हो गई थी। जूनागढ़ पुलिस ने मौलाना के विरुद्ध आईपीसी की धारा 153 बी और 505 (2) के तहत प्राथमिकी दर्ज की थी। इसके बाद कच्छ पुलिस ने भी सामखियाली मामले में प्राथमिकी दर्ज की।
पुलिस ने मौलाना अजहरी और ट्रस्ट के शिक्षक मामदखान मोर के विरुद्ध जांच शुरू की थी। जूनागढ़ में भड़काऊ भाषण देने के मामले में गुजरात एंटी टेररिस्ट स्क्वॉड (एटीएस) ने 4 फरवरी को मुंबई जाकर स्थानीय पुलिस की मदद से मौलाना को घाटकोपर स्थित उनके निवास स्थान से गिरफ्तार कर लिया। मुंबई से मौलाना को सीधे अहमदाबाद लाया गया, जहां से जूनागढ़ रवाना कर दिया गया। जूनागढ़ पुलिस ने एक दिन रिमांड पर रखने के बाद मौलाना अजहरी समेत आयोजकों मोहम्मद युसुफ मलेक और अजीम ओडेदरा को बुधवार को कोर्ट में पेश किया था। इसके बाद मौलाना को राजकोट जेल भेज दिया गया था।
इसके बाद बचाव पक्ष की ओर से तीनों आरोपितों के लिए जमानत याचिका पेश की गई। सरकारी वकील ने मौलाना की जमानत का विरोध किया लेकिन कोर्ट ने तीनों आरोपितों की जमानत सशर्त मंजूर की। अभी इनकी जेल से रिहाई भी नहीं हुई थी कि अब कच्छ पुलिस ने आज सुबह मौलाना को जेल से ही अपनी हिरासत में ले लिया और उसे लेकर भचाऊ कोर्ट के लिए रवाना हो गई, जहां उसे आज ही पेश किया जाना है। पुलिस सूत्रों के अनुसार पुलिस कोर्ट से रिमांड की मांग करेगी, क्योंकि उससे कच्छ जिले के सामखियाली नए बस स्टैंड के पीछे गुलशने मोहमदी ट्रस्ट के स्कूल में भड़काऊ भाषण दिए जाने के मामले में पूछताछ की जानी है।