नई दिल्ली (हि.स.)। दूरदर्शन के चर्चित एंकर और वरिष्ठ पत्रकार अशोक श्रीवास्तव की पुस्तक ‘मोदी वर्सेज खान मार्केट गैंग’ का शनिवार शाम लोकार्पण हुआ। यह समारोह नई दिल्ली के अम्बेडकर इंटरनेशनल सेंटर के नालंदा सभागार में आयोजित हुआ। ख्यातिनाम पत्रकार और इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केन्द्र के अध्यक्ष राम बहादुर राय ने समारोह की अध्यक्षता की जबकि राज्यसभा सदस्य सुधांशु त्रिवेदी मुख्य वक्ता और चर्चित नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम् बतौर मुख्य अतिथि समारोह में शामिल हुए।
यह पुस्तक क्यों- इस विषय को सामने रखते हुए लेखक अशोक श्रीवास्तव ने कहा कि उन्हें यह देखकर बहुत आक्रोश आता है कि बौद्धिक जगत में प्रभावी एक वर्ग इस देश में हुए हर अच्छे कार्य को नकार कर, पूरी तरह से आजादी में रहते हुए भी यह कहता है कि यहां तानाशाही चल रही है। उन्होंने कहा कि मैंने इस पुस्तक में ऐसे सभी प्रसंगों और उसमें शामिल हुए लोगों के नामों का उल्लेख करते हुए उदाहरण सहित यह साबित करने का प्रयास किया है कि इस देश में एक गैंग सक्रिय है, जो गलत अवधारणा (फेक नैरेटिव) फैलाने में लगा है।
रामबहादुर राय ने इस अवसर पर कहा कि लेखक इस पुस्तक को 6 माह पहले प्रकाशित न कर पाने का अफसोस कर रहे हैं जबकि यह पुस्तक ठीक उस अगले दिन लोकार्पित हो रही है, जब खान मार्केट गैंग का सरगना जमानत पर बाहर आया है। उनका इशारा शुक्रवार को ही जमानत पर बाहर आए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल की ओर था। उन्होंने कहा कि देश में देश के ही खिलाफ माहौल बनाने वाले गैंग के झंडाबरदार और कौन कौन हैं, यह इस पुस्तक में साफ़ होता है। उन्होंने अशोक श्रीवास्तव को एक राष्ट्रनिष्ठ और ईमानदार पत्रकार बताते हुए कहा कि वे ऐसे विषयों पर चोट से बेहद आक्रोशित होते हैं।
पूर्व कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कहा कि पुस्तक का शीर्षक ही बताता है कि लेखक बहुत साहसी है। उन्होंने बहुत साफगोई से कहा कि मुझमें भी यह साहस है कि मैं कह सकूं कि कुछ समय पूर्व तक मैं भी इसी खान मार्केट गैंग का सदस्य हुआ करता था लेकिन वहां रहते हुए भी मैं बहुत साहस के साथ यह कहता रहा था कि राष्ट्रीय हितों के मुद्दों पर कोई विरोध नहीं करना चाहिए, उसमें राजनीति नहीं करना चाहिए।
उन्होंने कहा कि राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा समारोह में न जाना, संसद भवन के उद्घाटन समारोह में न जाना, अनुच्छेद 370 हटाने का विरोध करना जैसे कई मुद्दे थे, जब मैंने कांग्रेस नेतृत्व से आग्रह किया था कि हमें ऐसा नहीं करना चाहिए। हमें भाजपा का विरोध करते करते भारत के विरोध तक नहीं जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि जो लोग तानाशाही की बात करते हैं, उन्हें समझना होगा कि अगर ऐसा होता तो वे 10 साल से बिना मुंह धोये पूरे देश में मोदी को गाली देते नहीं घूम सकते थे। लोग अब मुझसे पूछते हैं कि आखिर कांग्रेस की समस्या क्या है तो मैं साफ कर दूं कि कांग्रेस की समस्या हैं राहुल गांधी। राहुल गांधी के रहते कांग्रेस का उत्थान नहीं हो सकता।
भारतीय जनता पार्टी के प्रखर वक्ता और राज्यसभा सदस्य सुधांशु त्रिवेदी ने इशारों इशारों में गांधी परिवार पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि आज भी एक गांधारी अपने दुर्योधन को राज सिंहासन दिलाने के लिए व्याकुल है। उन्होंने कहा कि यह खान मार्केट गैंग बहुत पहले से अपनी सहूलियत के हिसाब से देश में फेक नैरेटिव बनाने और फैलाने में लगा रहता था। यह पिछले 25 सालों में और हमलावर होता गया। पहले अटल जी की सरकार और फिर 2001 में गुजरात से नरेन्द्र मोदी के उदय से राष्ट्रीय विचारधारा के प्रति झूठ गढ़ने और फैलाने के कामों में तेजी लाई। हालांकि, ये जितना विरोध करते गए, मोदी उन्हें परास्त करते हुए लगातार आगे बढ़ते गए। उन्होंने कहा कि यह निर्णायक लड़ाई है। सज्जन शक्ति को चाहिए कि वह लोकतंत्र के इस पावन पर्व में बढ़चढ़कर हिस्सा ले, औरों को भी मतदान के लिए प्रेरित करे ताकि खान मार्केट गैंग को नेस्तनाबूद किया जा सके।