उत्तरकाशी के सिल्क्यारा में निर्माणाधीन सुरंग हादसे से सबक लेते हुए एनएचएआई सभी निर्माणाधीन सुरंगों का सुरक्षा ऑडिट करेगा। उल्लेखनीय है कि सिल्क्यारा में निर्माणाधीन सुरंग धसकने से 41 श्रमिक फंसे हुए हैं।
निर्माण कार्य के दौरान सुरक्षा एवं उच्चतम गुणवत्ता मानकों का पालन सुनिश्चित करने हेतु, एनएचएआई देश भर में सभी 29 निर्माणाधीन सुरंगों का सुरक्षा ऑडिट करेगा। एनएचएआई के अधिकारी दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (DMRC) के विशेषज्ञों की एक टीम के साथ-साथ अन्य सुरंग विशेषज्ञों के साथ वर्तमान में जारी सुरंग परियोजनाओं का निरीक्षण करेंगे और सात दिनों के भीतर एक रिपोर्ट सौंपेंगे।
लगभग 79 किलोमीटर की कुल लंबाई वाली 29 निर्माणाधीन सुरंगें देश भर के विभिन्न स्थानों पर स्थित हैं। इनमें से 12 सुरंगें हिमाचल प्रदेश में, 6 जम्मू एवं कश्मीर में, दो-दो महाराष्ट्र, ओडिशा, राजस्थान में और एक-एक क्रमशः मध्य प्रदेश, कर्नाटक, छत्तीसगढ़, उत्तराखंड और दिल्ली राज्य में हैं।
एनएचएआई ने कोंकण रेलवे कॉरपोरेशन लिमिटेड (KRCL) के साथ एक समझौता ज्ञापन पर भी हस्ताक्षर किए। इस समझौते के तहत, केआरसीएल एनएचएआई की परियोजनाओं के लिए सुरंग निर्माण व ढलान स्थिरीकरण से संबंधित डिजाइन, ड्राइंग और सुरक्षा पहलुओं की समीक्षा के लिए सेवाएं प्रदान करेगा।
केआरसीएल सुरंगों का सुरक्षा ऑडिट भी करेगा और जरुरत पड़ने उपचारात्मक उपाय सुझाएगा। इसके अलावा, केआरसीएल एनएचएआई के अधिकारियों के क्षमता निर्माण के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित करेगा। यह समझौता दो वर्ष की अवधि तक प्रभावी रहेगा।
इससे पहले सितंबर 2023 में, एनएचएआई ने डीएमआरसी के साथ एक ऐसे ही समझौते पर हस्ताक्षर किए थे, जो देश भर में राष्ट्रीय राजमार्गों पर सुरंगों, पुलों तथा अन्य संरचनाओं की योजना, डिजाइन, निर्माण और रखरखाव की समीक्षा के लिए सेवाएं प्रदान करेगा।
ये पहलें सुरक्षित एवं निर्बाध राष्ट्रीय राजमार्ग का एक नेटवर्क बनाने और राष्ट्र निर्माण के लक्ष्य में योगदान देने के उद्देश्य से परिवहन संबंधी बुनियादी ढांचे को उन्नत करने के लिए सर्वोत्तम कार्यप्रणालियों को साझा करने हेतु विभिन्न सरकारी संगठनों के साथ सहयोग करने के एनएचएआई के संकल्प को रेखांकित करती हैं।