गर्मी के मौसम में थोड़ी देर के लिए भी बिजली गुल हो जाए तो उपभोक्ता परेशान हो जाता है, ऐसे में बिजली कंपनी के कर्मचारी सुनवाई न करें तो मामले बिगड़ने में देर नहीं लगती। ऐसे ही एक मामले में बिजली उपभोक्ता से बदतमीजी करने वाले लाइनमैन को अधिकारियों ने निलंबित कर दिया।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार मध्य प्रदेश पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के अंतर्गत उज्जैन के बड़नगर संभाग के इंगोरिया वितरण केंद्र में पदस्थ वरिष्ठ लाइन परिचारक इरफान-उल-हक से एक उपभोक्ता ने बिजली बंद होने की शिकायत की और बिजली न आने का कारण पूछा। लाइनमैन से संतुष्टिदायक उत्तर नहीं मिलने पर उपभोक्ता ने अधिकारी का फोन नंबर मांग लिया।
अधिकारी का फोन नंबर मांगे जाने पर लाइनमैन उपभोक्ता पर भड़क गया और उसने कहा दिया कि ‘अरे यार तुम मुख्यमंत्री से शिकायत कर दो’। उपभोक्ता ने यह सारी बात रिकॉर्ड कर ली और वायरल कर दी। उपभोक्ता द्वारा वायरल रिकॉर्डिंग अधिकारियों तक भी पहुंच गई, जिसके बाद वरिष्ठ लाइन परिचारक इरफान-उल-हक को निलंबित कर दिया गया।
वायरल रिकॉर्डिंग में जो उपभोक्ता और वरिष्ठ लाइन परिचारक इरफान-उल-हक की जो बातचीत रिकॉर्ड है, उसके अनुसार एक उपभोक्ता बिजली बंद होने की शिकायत कर रहा है। इस पर लाइनमैन ने कहा कि बार-बार फोन लगाओगे तो क्या होगा? उपभोक्ता ने इस पर कहा कि लाइट कल से बंद है। अगर आप न हो तो किसी और का नंबर दे दी। इस पर वरिष्ठ लाइन परिचारक इरफान-उल-हक भड़क गये और उपभोक्ता से कहा कि तुम तो मुख्यमंत्री मोहन यादव को लगा दो यार।
मामला बिजली विभाग के अधिकारियों तक पहुंचा जिसके बाद कार्यपालन यंत्री ने वरिष्ठ लाइन परिचालक इरफान-उल-हक को आचरण में अनुशासनहीनता बरतने पर निलंबित कर दिया गया है और विभागीय जांच चलने तक उन्हें संचालन और संधारण संभागीय कार्यालय उज्जैन में अटैच किया गया है। निलंबन काल में उन्हें जीवन निर्वाह भत्ता प्राप्त करने की पात्रता रहेगी।