भारत मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार उत्तर अंडमान सागर और बंगाल की पूर्वी मध्य खाड़ी में 9 अक्टूबर के आसपास एक नए कम दबाव के क्षेत्र के बनने की संभावना है।
जिसकेअगले दो-तीन दिनों के दौरान क्रमिक तीव्रता के साथ इसके उत्तरी आंध्र प्रदेश और ओडिशा से उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ने की अधिक संभावना है।
फिलहाल पश्चिम बंगाल की खाड़ी और आस-पास के ओडिशा तट पर कम दबाव का क्षेत्र बन रहा है। 5 अक्टूबर तक इसके वहां पर बने रहने और उसके बाद कम होने की संभावना है। हालांकि इसके बाद चक्रवाती परिसंचरण के कारण इसके 6 अक्टूबर को दक्षिण छत्तीसगढ़ की तरफ बढ़ने की संभावना है, जो 7 अक्टूबर तक सक्रिय रहेगा।
वहीं 9 और 10 अक्टूबर को अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के अधिकांश स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश और अत्यधिक भारी बारिश होने की संभावना है।
इसके अलावा अगले 4 दिनों के दौरान बंगाल के उत्तर पश्चिमी खाड़ी और उससे सटे ओडिशा तट पर बन रहे कम दबाव के क्षेत्र के प्रभाव में, ओडिशा, बिहार, झारखंड, गंगीय पश्चिम बंगाल में व्यापक रूप से भारी बारिश हो सकती है।
ओडिशा में 4-6 अक्टूबर के दौरान, झारखंड में 4,6 और 7 अक्टूबर को झारखंड और बिहार में 6-7 अक्टूबर तथा छत्तीसगढ़ में 4 से 7 अक्टूबर के बीच भारी बारिश होने की संभावना है।
वहीं 9 और 10 अक्टूबर को उत्तरी अंडमान सागर, पूर्व मध्य और आस-पास के दक्षिण-पूर्व बंगाल की खाड़ी में 40-50 किमी प्रति घंटे की गति से हवा चलने की संभावना है। 10 और 11 अक्टूबर को बंगाल की केंद्रीय खाड़ी के ऊपर 50-60 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से और 11 अक्टूबर को उत्तरी तटीय आंध्र प्रदेश और ओडिशा तटों तथा बंगाल की उत्तरी खाड़ी से सटे हुए इलाकों में तेज हवा चलने की संभावना है ।
9 और 10 अक्टूबर को उत्तर अंडमान सागर, पूर्व मध्य और आस-पास के दक्षिण-पूर्वी बंगाल की खाड़ी के क्षेत्रों, 10 और 11 अक्टूबर को बंगाल की मध्य खाड़ी तथा 11अक्टूबर को बंगाल की उत्तरी खाड़ी में में समुद्र तेज लहरें उठ सकती हैं।
मछुआरों को सलाह दी जाती है कि वे 9 और 10 अक्टूबर को अंडमान सागर, पूर्वी मध्य और आस-पास के दक्षिण-पूर्व बंगाल की खाड़ी, 10 और 11 अक्टूबर को बंगाल की केंद्रीय खाड़ी और 11 अक्टूबर को उत्तरी बंगाल की खाड़ी में न जाएं।