इंटरनेशनल सेंटर फॉर रिस्पॉन्सिबल टूरिज्म अवॉर्ड्स में मध्यप्रदेश ने एक बार फिर अपना परचम लहराया है। मध्यप्रदेश टूरिज्म बोर्ड ने 4 गोल्ड और एक सिल्वर जीता है। टूरिज्म बोर्ड के अंतर्गत संचालित रिस्पॉन्सिबल टूरिज्म परियोजनाओं में ग्रामीण पर्यटन परियोजना, महिलाओं के लिए सुरक्षित पर्यटन स्थल परियोजना, रिस्पॉन्सिबल सोवेनियर डेवलपमेंट परियोजना, प्रोजेक्ट हमसफर इत्यादि परियोजनाओं के लिए यह अवॉर्ड मिले है।
पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री सुश्री उषा ठाकुर ने प्रमुख सचिव शिव शेखर शुक्ला और आईसीआरटी के संस्थापक निदेशक और रिस्पॉन्सिबल टूरिज्म पार्टनशिप के प्रबंध निदेशक डॉ हेरोल्ड गुडविन के साथ विजेताओं को पुरस्कृत किया।
मंत्री सुश्री ठाकुर ने कहा कि पर्यटन सशक्त विधा है जो आत्मनिर्भर भारत के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभायेगी। यह जनमानस के ज्ञान वर्धन और तनाव मुक्ति का माध्यम है। मंत्री सुश्री ठाकुर ने कहा कि किसी भी प्रदेश का पर्यटन तब तक लोकप्रियता प्राप्त नहीं कर सकता जब तक शासन और स्थानीय समुदाय मिलकर कार्य नहीं करें। मध्यप्रदेश में रिस्पांसिबल टूरिज्म को बढ़ावा देने के सभी प्रयास किए जायेगे।
मप्र टूरिज्म बोर्ड को इन्क्रीज डायवरसिटी इन टूरिज्म: हॉउ इन्क्लूजिव इज अवर इन्डस्ट्रीज, ग्रोइंग दि लोकल इकोनामिक बेनीफिट, कॉन्ट्रीब्यूटिंग टू कल्चरल हेरीटेज और इन्क्रीज टूरिज्म कॉन्ट्रीब्यूसन टू नेचुरल हेरीटेज एण्ड बायोडायवरसिटी कैटेगरी में गोल्ड जीता है। साथ ही एक्सेस फॉर दि डिफ्रेन्टलीएबल्ड– एज ट्रेवलर्स, इम्पलाईज एण्ड हॉलीडे मेकर्स कैटेगरी में सिल्वर अवार्ड अपने नाम किया। समारोह में 9 कैटेगरी में कुल 26 अवार्ड दिए गए।
आईसीआरटी अवॉर्ड्स रिस्पॉन्सिबल टूरिज्म के क्षेत्र में दुनिया के सबसे प्रतिष्ठित अवॉर्ड्स में से एक है। इसका आयोजन प्रतिवर्ष इंटरनेशनल सेंटर फॉर रिस्पॉन्सिबल टूरिज्म (ICRT) द्वारा किया जाता है। खास बात यह है कि यह अवॉर्ड पहली बार लंदन से बाहर हो रहे है। समारोह में श्रीमती स्वाति उखले एवं साथी उज्जैन द्वारा मालवा के मटकी लोक नृत्य की प्रस्तुति दी गई। यह मांगलिक अवसर पर महिलाओं द्वारा ढोल की ढाप पर किया जाने वाला नृत्य है। अपर प्रबंध संचालक पर्यटन बोर्ड विवेक श्रोत्रिय, डायरेक्टर (स्किल) मनोज सिंह, टूर और ट्रैवल ऑपरेटर की संस्था एडीटीओआई के सदस्य मौजूद रहे।