अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा का मार्स पर्सिवरेंस रोवर मंगल ग्रह पर सफलतापूर्वक लैंड हो गया है। नासा ने रात करीब 2:30 बजे अपने मार्स पर्सिवरेंस रोवर को जेजेरो क्रेटर में लैंड कराया। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार छह पहिए वाला यह रोवर मंगल ग्रह पर उतरकर वहां पर कई तरह की जानकारी जुटाएगा और ऐसी चट्टानें लेकर आएगा, जिससे मंगल ग्रह पर जीवन होने का रहस्य खुल सकेगा।
वैज्ञानिकों का मानना है कि अगर कभी मंगल ग्रह पर जीवन रहा भी था तो वह तीन से चार अरब साल पहले रहा होगा, जब ग्रह पर पानी बहता था। इस परियोजना के वैज्ञानिक केन विलिफोर्ड ने कहा है कि क्या हम इस विशाल ब्रह्मांड रूपी रेगिस्तान में अकेले हैं या कहीं और भी जीवन है? क्या जीवन कभी भी, कहीं भी अनुकूल परिस्थितियों की देन होता है?
पर्सविरन्स रोवर नासा द्वारा भेजा गया अब तक का सबसे बड़ा रोवर है। 1970 के दशक के बाद से अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी का यह नौवां मंगल अभियान है। नासा के वैज्ञानिकों ने कहा कि रोवर को मंगल की सतह पर उतारने के दौरान सात मिनट का समय सांसें थमा देने वाला था। रोवर जैसे ही मंगल ग्रह पर सफलतापूर्वक उतरा वैज्ञानिकों की खुशी का ठिकाना ही नहीं रहा।