आठवें राष्ट्रीय फोटोग्राफी पुरस्कार समारोह में सुश्री शिप्रा दास को लाइफटाइम अचीवमेंट पुरस्कार से सम्मानित किया गया। वर्ष का पेशेवर फोटोग्राफर का पुरस्कार शशि कुमार रामचंद्रन को दिया गया, जबकि अरुण साहा ने वर्ष का शौकिया फोटोग्राफर का पुरस्कार प्राप्त किया। समारोह के दौरान कुल तेरह पुरस्कार प्रदान किए गए, जिनमें पेशेवर और शौकिया श्रेणी में 6-6 पुरस्कार शामिल हैं। पेशेवर श्रेणी के लिए विषय “जीवन और जल” था, जबकि शौकिया श्रेणी में विषय “भारत की सांस्कृतिक विरासत” था।
केंद्रीय मंत्री डॉ मुरुगन ने सभी पुरस्कार विजेताओं को बधाई दी और कहा कि विजेता विविध पेशेवर पृष्ठभूमि से आते हैं, लेकिन जो चीज़ उन्हें बांधती है, वह है- फोटोग्राफी के लिए उनका जुनून। उन्होंने आगे कहा कि ये पुरस्कार, इन फोटोग्राफरों की असाधारण प्रतिभा और उत्कृष्ट क्षमताओं को पहचान देते हैं।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि फोटोग्राफी एक सार्वभौमिक विजुअल लैंग्वेज है; एक ऐसी भाषा, जो समय और स्थान से परे है, यह वर्तमान को दस्तावेज के रूप में पेश करती है और अतीत को देखने का अवसर प्रदान करती है। तस्वीरें झूठ नहीं बोलती हैं और हमेशा हर काम और भावना के सच को सामने रखतीं हैं। केंद्रीय मंत्री ने स्वतंत्रता आंदोलन और इसके सेनानियों को अमर बनाने में तस्वीरों के योगदान को याद किया। उन्होंने कहा कि आज हम इन तस्वीरों का स्मरण करते हैं, क्योंकि हम आजादी का अमृत महोत्सव मना रहे हैं।
डॉ मुरुगन ने सभी फोटोग्राफरों के अपने काम के प्रति समर्पण और बातें कहने की सहज इच्छा के लिए सराहना की। उन्होंने कहा कि फोटोग्राफर तथ्यों, आंकड़ों और बयानों को महत्वपूर्ण बना सकते हैं तथा झूठ और नकल का पर्दाफाश कर सकते हैं। उन्होंने आगे कहा कि हमारे शानदार फोटोग्राफर हमारी समृद्ध और अनूठी सांस्कृतिक विरासत के प्रति जागरूकता बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं और हमारी सांस्कृतिक राजधानी को दुनिया के सामने पेश कर सकते हैं।
सूचना एवं प्रसारण सचिव अपूर्व चंद्रा ने इस अवसर पर कहा कि राष्ट्रीय फोटोग्राफी पुरस्कार देश के फोटोग्राफरों द्वारा किए गए बड़े प्रयासों को विकसित करने का एक प्रयास है। श्री चंद्रा ने सिफारिश की कि भविष्य में पुरस्कारों की श्रेणी में सरकार की फ्लैगशिप योजनाओं को शामिल किया जा सकता है।
पुरस्कारों के लिए निर्णायक मंडल के अध्यक्ष विजयक्रांति ने बताया कि लाइफटाइम एचीवमेंट पुरस्कार के लिए कुल 9 प्रविष्टियां प्राप्त हुई, जबकि 12 प्रविष्टियों को निर्णायकमंडल के सदस्यों की अनुशंसा पर श्रेणी में प्रवेश दिया गया। उन्होंने बताया कि पेशेवर श्रेणी के लिए कुल 4,535 छवियों के साथ 462 प्रविष्टियां प्राप्त हुई थीं। ये प्रविष्टियां 21 राज्यों तथा 4 केंद्र शासित प्रदेशों से मिली थीं। शौकिया श्रेणी में 24 राज्यों तथा 6 केंद्र शासित प्रदेशों से 6,838 छवियों के साथ 874 प्रविष्टियां प्राप्त की गई थीं।
8वें राष्ट्रीय फोटोग्राफी पुरस्कारों के विजेता
- लाइफटाइम अचीवमेंट पुरस्कार
• सुश्री शिप्रा दास
- पेशेवर फ़ोटोग्राफ़र ऑफ़ द ईयर पुरस्कार
• शशि कुमार रामचंद्रन
- पेशेवर श्रेणी में विशेष उल्लेख पुरस्कार
• दीपज्योति बनिक
• मनीष कुमार चौहान
• आर एस गोपाकुमार
• सुदीप्तो दास
• उमेश हरिश्चंद्र निकम
- शौकिया फोटोग्राफर ऑफ द ईयर पुरस्कार
• अरुण साहा
- शौकिया फोटोग्राफर की श्रेणी में विशेष उल्लेख पुरस्कार
• सी एस श्रीरंज
• डॉ. मोहित वधावन
• रविशंकर एसएल
• सुभदीप बोस
• थारुन अदुरुगतला
8वें राष्ट्रीय फोटोग्राफी पुरस्कारों के लिए निर्णायक मंडल के सदस्य
• विजय क्रांति, अध्यक्ष
• जगदीश यादव, सदस्य
• अजय अग्रवाल, सदस्य
• के. माधवन पिल्लई, सदस्य
• सुश्री अशिमा नारायण, सदस्य, और
• संजीव मिश्रा, फोटोग्राफिक अधिकारी, फोटो प्रभाग, सदस्य सचिव।