नेटफ्लिक्स की वेब सीरीज बॉम्बे बेगम्स् पर विवाद शुरू हो गया है। अब नेटफ्लिक्स पर 8 मार्च को रिलीज हुई वेब सीरीज बॉम्बे बेगम्स् के कुछ सीन्स पर और उसके कॉन्टेंट को लेकर राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने आपत्ति जताते हुए नोटिस दिया और उसके बाद राष्ट्रीय बाल आयोग ने इस वेब सीरीज की स्ट्रीमिंग को रोकने के निर्देश के साथ ही नेटफ्लिक्स से 24 घंटे में रिपोर्ट पेश करने को कहा है।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार राष्ट्रीय बाल आयोग ने अपने नोटिस में कहा है कि नेटफ्लिक्स को बच्चों के संबंध में या बच्चों के लिए किसी भी सामग्री को स्ट्रीम करते समय अतिरिक्त सावधानी बरतनी चाहिए।
राष्ट्रीय बाल आयोग ने आदेश दिया है, तुरंत इस सीरीज की स्ट्रीमिंग रोक दी जाए और 24 घंटों के भीतर एक विस्तृत कार्रवाई रिपोर्ट प्रस्तुत की जाए। अगर ऐसा नहीं होता है, तो आयोग को सीपीसीआर अधिनियम 2005 की धारा 14 के प्रावधानों के तहत उचित कार्रवाई करेगा।
राष्ट्रीय बाल आयोग ने एक शिकायत के आधार पर नेटफ्लिक्स को नोटिस भेजा है। शिकायत में आरोप लगाया गया था कि वेब सीरीज में 13 साल की बच्ची को ड्रग्स लेते दिखाया गया है। सीरीज में नाबालिगों का कैजुअल सेक्स करते दिखाया गया है। इसके साथ ही स्कूली बच्चों का जिस तरह चित्रण किया गया है उस पर भी आपत्ति जताई गई।
शिकायत में कथित अनुचित चित्रण पर आपत्ति जताते हुए कहा कि इस प्रकार के कंटेंट से न केवल युवा लोगों के दिमाग पर बुरा असर पड़ेगा, बल्कि इससे बच्चों के साथ दुव्र्यवहार और शोषण भी हो सकता है।
गौरतलब है कि डायरेक्टर अलंकृता श्रीवास्तव की वेब सीरीज बॉम्बे बेगम्स् में पांच अलग महिलाओं की कहानी दिखाई गई है। सीरीज में पूजा भट्ट के अलावा सुहाना गोस्वामी, अमृता सुभाष, प्लाबिता बोर-ठाकुर, आध्या आनंद मुख्य भूमिका में हैं।