कोरोना वायरस के यूके स्ट्रेन के खिलाफ भारतीय वैज्ञानिकों को बड़ी कामयाबी मिली है। भारतीय वैज्ञानिकों ने अपने यहां यूके से आए वायरस के नए स्ट्रेन की पहचान कर इसे कल्चर कर लिया है। सबसे खास बात ये कि नए स्ट्रेन को कल्चर करने वाला भारत पहला देश बन चुका है।
इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च ने एक ट्वीट के जरिये इस कामयाबी की जानकारी दी. आईसीएमआर ने बताया कि भारत ने तेजी से वायरल हो रहे नए यूके म्यूटेंट स्ट्रेन को कल्चर कर लिया गया है।
आइसोलेशन के जरिए नए म्यूटेंट स्ट्रेन पर वैक्सीन के असर की भी जांच की जा सकेगी। इसके बाद ये भी देखा जा सकेगा कि कोविड वैक्सीन्स इस स्ट्रेन पर असरदार हैं कि नहीं।
आईसीएमआर ने दावा किया कि कोई भी देश अभी तक ब्रिटेन में पाए गए सार्स-कोवी-2 के नए प्रकार को सफलतापूर्वक पृथक या कल्चर नहीं कर पाया है।
वहीं भारत ने ब्रिटेन में सामने आए नए प्रकार के स्ट्रेन को सभी स्वरूपों के साथ राष्ट्रीय विषाणु विज्ञान संस्थान में अब सफलतापूर्वक पृथक और कल्चर कर दिया गया है। इसके लिए नमूने ब्रिटेन से लौटे लोगों से एकत्र किये गए थे।