साहित्य के क्षेत्र में वर्ष 2021 का प्रतिष्ठित नोबेल पुरस्कार इंग्लैंड में रहने वाले उपन्यासकार अब्दुलरजाक गुरनाह को दिया जाएगा। उपन्यासकार अब्दुलराजाक गुरनाह को उपनिवेशवाद के प्रभावों और संस्कृतियों व महाद्वीपों के बीच की खाई में शरणार्थी की स्थिति के चित्रण के लिए साहित्य में 2021 नोबल पुरस्कार के लिए चुना गया है।
स्वीडिश एकेडमी ने कहा कि उपनिवेशवाद के प्रभावों को बिना समझौता किये और करुणा के साथ समझने में उनके योगदान के लिए पुरस्कार प्रदान किया जा रहा है।
जांजीबार में जन्मे और इंग्लैंड में रहने वाले अब्दुलरजाक गुरनाह, यूनिवर्सिटी ऑफ केंट में प्रोफेसर हैं। उनके उपन्यास पैराडाइज को 1994 में बुकर पुरस्कार के लिए चयनित किया गया था। नोबेल पुरस्कार के अंतर्गत एक स्वर्ण पदक और एक करोड़ स्वीडिश क्रोनर की राशि प्रदान की जाएगी।