भारत की अग्रणी एकीकृत बिजली उत्पादक कंपनी एनटीपीसी लिमिटेड ने वित्तीय वर्ष 2023-2024 की पहली तिमाही के दौरान अपनी कैप्टिव खदानों से कोयला उत्पादन पिछले वर्ष की पहली तिमाही के उत्पादन की तुलना में लगभग दोगुना कर दिया है। कंपनी ने वित्त वर्ष 2024 की पहली तिमाही के दौरान 8.48 मिलियन मीट्रिक टन (एमएमटी) का प्रभावशाली कोयला उत्पादन हासिल किया, जबकि वित्त वर्ष 2023 की पहली तिमाही में यह 4.27 एमएमटी था।
इसके अलावा, 2022-2023 की पहली तिमाही के सापेक्ष, 2023-2024 की पहली तिमाही के दौरान कोयला प्रेषण दोगुना से अधिक हो गया है। वित्त वर्ष 2024 की पहली तिमाही में कुल 8.82 एमएमटी कोयला प्रेषित किया गया, जो उसी अवधि के दौरान पिछले वर्ष की तुलना में 112% की अहम वृद्धि दर्शाता है।
कोयला उत्पादन में निरंतर वृद्धि हासिल करने के लिए, एनटीपीसी ने कई रणनीतियों और प्रौद्योगिकियों को अपनाया है। इनमें कठोर सुरक्षा उपायों को अपनाना, बेहतर खान योजना, उपकरण स्वचालन, कार्यबल प्रशिक्षण और निरंतर निगरानी और विश्लेषण प्रणालियों का कार्यान्वयन शामिल है। इन पहलों ने संचालन को अनुकूलित करने, उत्पादकता बढ़ाने और कार्यबल की सुरक्षा सुनिश्चित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
कोयला उत्पादन और प्रेषण में वृद्धि परिचालन उत्कृष्टता के प्रति एनटीपीसी के समर्पण और भारत की ऊर्जा मांगों को पूरा करने में उसके योगदान का प्रमाण है। कंपनी ने कहा है कि वह अपने प्रदर्शन को और बेहतर बनाने और देश के ऊर्जा लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए नवीन प्रौद्योगिकियों और दीर्घकालीन प्रथाओं पर कार्य करना जारी रखेगी।
एनटीपीसी लिमिटेड भारत की सबसे बड़ी एकीकृत बिजली उपयोगिता/प्रतिष्ठान है, जो देश की बिजली आवश्यकता में 25 प्रतिशत का योगदान करती है। थर्मल, हाइड्रो, सौर और पवन ऊर्जा संयंत्रों के विविध पोर्टफोलियो के साथ, एनटीपीसी देश को विश्वसनीय, सस्ती और टिकाऊ बिजली प्रदान करने के लिए समर्पित है। कंपनी सर्वोत्तम प्रथाओं को अपनाने, नवाचार को बढ़ावा देने और हरित भविष्य के लिए स्वच्छ ऊर्जा प्रौद्योगिकियों को अपनाने के लिए प्रतिबद्ध है।