मध्य प्रदेश विद्युत मंडल तकनीकी कर्मचारी संघ की प्रांतीय महासचिव हरेंद्र श्रीवास्तव एवं संघ के पदाधिकारियों ने आज शाम 4:30 बजे जेसू पूर्व शहर संभाग के कार्यपालन अभियंता एलके नामदेव से आउटसोर्स, संविदा एवं नियमित कर्मचारियों की लंबित समस्याओं पर चर्चा की।
हरेंद्र श्रीवास्तव ने बताया कि अवकाश के दिन कर्मचारियों से ड्यूटी करने पर दुगनी दर से वेतन देना, सुरक्षा उपकरण प्लास्क, हैंडल ग्लव्स, बांस की सीढ़ी, डिस्चार्ज रॉड, ऑपरेटिंग रॉड, सब स्टेशनों में फर्स्ट एड बॉक्स रखना, तकनीकी कर्मचारियों को कार्य कराने की अधिकृत सूची जारी करना, तकनीकी कर्मचारियों से 5 हज़ार से अधिक की राजस्व वसूली ना करायी जावे, स्मार्ट मीटर लगने के बाद मीटर रीडर को ना निकाला जावे, आउटसोर्स कर्मचारियों को जोखिम भत्ता दिया जाए, जिनकी उम्र 50 साल से ज्यादा हो गई है उस को ना निकाला जाए आदि सभी मांगों पर सौहार्दपूर्ण वार्ता की गई।
जिस पर कार्यपालन अभियंता एलके नामदेव ने आश्वासन दिया है कि आउटसोर्स, संविदा एवं नियमित कर्मचारी जिनके पास सुरक्षा उपकरण नहीं है, उन्हें उपलब्ध करा दिया जाएगा। संघ द्वारा जानकारी मांगने पर ने बताया कि जेसू पूर्व संभाग में 70 हज़ार उपभोक्ता हैं, ट्रांसफार्मर की संख्या 570, थर्टी थ्री अपॉन इलेवन केवी सब स्टेशनों की संख्या 8 है और नियमित कर्मचारियों की संख्या केवल 50 है। संविदा कर्मियों की संख्या 13 है और आउटसोर्स कर्मियों की संख्या 150 है।
संघ के मोहन दुबे, राजकुमार सैनी, मदन पटेल, दशरथ शर्मा आदि ने कहा कि वे पूर्व क्षेत्र कंपनी एवं मध्य प्रदेश शासन का ध्यान आकर्षण कराना चाहते हैं कि संविदा कर्मी के अनुबंध में लिखा है कि चालू लाइन में करंट का कार्य नहीं कराना है और आउटसोर्स कर्मचारी से भी करंट का कार्य कराने का अधिकार नहीं है, तो विद्युत कंपनी में कार्यरत मैदानी कर्मचारियों को डरा-धमका कर कब तक राजस्व वसूली, मेंटेनेंस आदि का कार्य अधिकारी कब तक कराते रहेंगे।
उन्होंने कहा कि संभाग में ऑफिस स्टाफ की भी अत्यधिक कमी है। सर्विस स्टेशन में ऑपरेटर नहीं है। सभी सर्विस स्टेशनों का ठेका दे दिया गया है। करंट का कार्य करने के लिए लाइनमेन नहीं है। संभाग में कार्यरत सभी मीटर रीडर, आउटसोर्स कर्मचारियों का संविलियन करने के लिए कार्यपालन अभियंता, उच्च अधिकारियों से कहें, जिससे उनका भला हो गा और रिक्त स्थान की पूर्ति हो सकेगी।