प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से इन्फिनिटी फोरम का उद्घाटन किया। इस दौरान कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि मुद्रा का इतिहास हमारे विकास को प्रदर्शित करता है। उन्होंने कहा कि जैसे-जैसे मानव का विकास हुआ, वैसे-वैसे हमारे लेन-देन का तरीका भी विकसित हुआ। आज हम वस्तु विनिमय प्रणाली से धातुओं, सिक्कों नोटों व चेक से लेकर कार्ड तक पहुंच गए हैं।
भारत ने दुनिया के सामने यह साबित कर दिया है कि जब तकनीक अपनाने या नवाचार करने की बात आती है तो वह किसी से पीछे नहीं है। डिजिटल इंडिया के तहत परिवर्तनकारी पहलों ने शासन में लागू होने वाले नवीन फिनटेक समाधानों के द्वार खोल दिए हैं। अब इन फिनटेक पहलों को फिनटेक क्रांति में बदलने का समय आ गया है। एक ऐसी क्रांति जो देश के हर एक नागरिक के वित्तीय सशक्तिकरण में मदद प्रदान करे हम अपने अनुभवों और विशेषज्ञता को दुनिया के साथ साझा करने और उनसे सीखने में भी विश्वास करते हैं। हमारे डिजिटल पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्चर समाधान दुनिया भर के नागरिकों के जीवन को बेहतर बना सकते हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि गिफ्ट-सिटी महज़ एक प्रांगण नहीं है, बल्कि वह भारत का प्रतिनिधित्व करता है। वह भारत के लोकतांत्रिक मूल्यों, मांग, विभिन्न जन-समुदायों और विविधता का प्रतिनिधित्व करता है। विचारों, नवाचार और निवेश के प्रति भारत के खुलेपन का प्रतिनिधित्व करता है। गिफ्ट-सिटी वैश्विक फिन-टेक विश्व के लिये प्रवेशद्वार है। अर्थव्यवस्था के लिये वित्त जीवनदायिनी रक्त है और प्रौद्योगिकी उसकी धमनी। ‘अंत्योदय’ और ‘सर्वोदय’ को प्राप्त करने के लिये दोनों समान रूप से महत्त्वपूर्ण हैं।