प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने केवड़िया में सरदार पटेल प्राणी उद्यान और जिओडेसिक एवरी डोम का उद्घाटन किया। उन्होंने केवड़िया में एकीकृत विकास योजनाओं के अंतर्गत 17 परियोजनाएं राष्ट्र को समर्पित की और 4 नई परियोजनाओं की आधारशिला रखी।
इन योजनाओं में नेविगेशन चैनल, नया गोरा सेतु, गरुड़ेश्वर बांध सरकारी कर्मियों के लिए आवास, बस बे टर्मिनस, एकता पौधशाला, खलवानी पर्यावरण अनुकूल पर्यटन और जनजातीय गृह आवास शामिल हैं। उन्होंने इस अवसर पर स्टेचू ऑफ यूनिटी के लिए एकता क्रूज़ सेवा को भी झंडी दिखाकर रवाना किया।
प्रधानमंत्री मोदी ने इस दौरान कहा कि फ्लाई हाई इंडियन एवियरी उन लोगों के लिए एक बेहतरीन नज़ारा होगा जो विभिन्न प्रकार के पक्षियों को देखने में रोमांच का अनुभव करते हैं। उन्होंने कहा कि केवड़िया तैयार और इस एवेरी का दीदार कीजिए, जो जंगल सफारी कांप्लेक्स का हिस्सा है। यह एक बेहतरीन अनुभव होगा।
जंगल सफारी एक अत्याधुनिक प्राणी उद्यान है जो समुद्र तल से 29 मीटर से लेकर 180 मीटर तक की ऊंचाई पर स्थित है। यह 375 एकड़ क्षेत्र में फैला हुआ है। इसमें 1100 से अधिक पशु-पक्षी हैं और तकरीबन 5 लाख पौधे हैं। यह जंगल सफारी बहुत तेज गति से निर्मित किए जाने वाले जंगल सफारी में से एक है।
इस प्राणी उद्यान में दो अलग-अलग पक्षी अभयारण्य हैं, जिसमें एक घरेलू पक्षियों के लिए है तो दूसरा विदेश से आने वाले पक्षियों के लिए। यह दुनिया का सबसे बड़ा पक्षी उद्यान है। यह प्राणी उद्यान अपने आप में अनूठा है। यहां आने वाले दर्शकों को एक अलग किस्म का अनुभव प्राप्त होगा। यहां खेलते कूदते और मस्ती करते मकाउ कोकाटू, रैबिट और गीनिया पिग इत्यादि देखे जा सकते हैं।
एकता क्रूज सर्विस श्रेष्ठ भारत भवन से स्टैच्यू ऑफ यूनिटी के बीच की 6 किलोमीटर की दूरी तय करेगी। इस जहाज से यात्रा करने वाले दुनिया की सबसे ऊंची प्रतिमा स्टैचू ऑफ यूनिटी को यात्रा करते हुए ही देख सकते हैं।
इसके अंतर्गत सेवा में शामिल की गई जहाज से 40 मिनट यात्रा कराई जाएगी, जिस पर 200 यात्री एक बार में सवार हो सकते हैं। नए गोरा सेतु का निर्माण इस फेरी सर्विस के संचालन हेतु ही किया गया है और बोटिंग चैनल का निर्माण स्टेच्यू ऑफ यूनिटी का दौरा करने वाले पर्यटकों को बोट की सेवाएं उपलब्ध कराने हेतु किया गया है।