नई दिल्ली (हि.स)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को संदेशखाली मुद्दा उठाने वाली भाजपा की बशीरहाट उम्मीदवार रेखा पात्रा से बात की और उन्हें ‘शक्ति स्वरूपा’ बताया। वह संदेशखाली में हुए घटनाक्रम की पीड़िता भी हैं।
सोशल मीडिया पर आई बातचीत की ऑडियो में प्रधानमंत्री मोदी ने बशीरहाट से उम्मीदवार रेखा पात्रा के अभियान और भाजपा के समर्थन के बारे में पूछताछ की। पात्रा ने संदेशखाली महिलाओं की पीड़ा पर प्रकाश डाला। उन्होंने वहां की परिस्थिति से प्रधानमंत्री को अवगत कराया और यह भी बताया कि वे क्या करना चाहती है। प्रधानमंत्री ने इस बात को लेकर उनकी प्रशंसा की कि वे विरोधी तृणमूल कार्यकर्ताओं के साथ भी हुए अन्याय के लिए काम करना चाहती हैं।
बातचीत के दौरान भाजपा के वरिष्ठ नेता नरेन्द्र मोदी ने चुनाव आयोग से अनुरोध किया। उन्होंने कहा कि स्थानीय स्तर पर पिछले कई सालों से वोट नहीं कर पाने वाले लोग इस बार वोट कर पायें, यह सुनिश्चित किया जाए। नरेन्द्र मोदी ने कहा कि स्थानीय जनता बंगाल में तृणमूल कांग्रेस से परेशान है। उन्हें आशा है कि वहां की महिलाएं भाजपा को बेहतर भविष्य के लिए वोट करेंगी।
पात्रा ने इस दौरान संदेशखाली की महिलाओं की पीड़ा सुनाई। पात्रा ने मोदी से कहा कि उन्हें अच्छा लग रहा है कि वह उनके साथ खड़े हैं और कहा, ”ऐसा लग रहा है, जैसे राम जी हमारे साथ हैं।”
भाजपा उम्मीदवार ने प्रधानमंत्री को बताया कि उन्होंने क्षेत्र की स्थिति के कारण 2011 से मतदान नहीं किया है। इस पर मोदी ने आश्वासन दिया कि निर्वाचन आयोग स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव कराएगा और यह सुनिश्चित करेगा कि हर कोई मतदान कर सके। पात्रा ने यह भी कहा कि उनके आसपास के तृणमूल समर्थकों ने शुरू में भाजपा से उनकी उम्मीदवारी का विरोध किया, लेकिन अब उनका समर्थन कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि उनकी किसी से कोई दुश्मनी नहीं है। उन्होंने यह भी कहा कि वह एक गरीब परिवार से हैं और उनके पति केरल और तमिलनाडु में काम करते हैं। उन्होंने कहा, ”मैं कुछ ऐसा करूंगी कि किसी को काम के लिए इतनी दूर न जाना पड़े। उन्हें यहीं रोजगार मिले।” प्रधानमंत्री ने उन्हें शक्ति स्वरूपा कहकर संबोधित किया।
उल्लेखनीय है कि रेखा पात्रा तृणमूल कांग्रेस के निलंबित नेता शेख शाहजहां के खिलाफ इलाके में महिलाओं के विरोध प्रदर्शन का चेहरा रही हैं। स्थानीय दबंग नेता और उनके गुर्गों पर संदेशखाली में स्थानीय लोगों की भूमि अवैध रूप से कब्जाने और आदिवासी महिलाओं के साथ यौन उत्पीड़न का आरोप है । शाहजहां अभी जेल में है।