पश्चिम मध्य रेल की महाप्रबंधक श्रीमति शोभना बंदोपाध्याय ने कोटा मंडल के मण्डल रेल प्रबंधक मनीष तिवारी के साथ कोटा-नागदा रेल खण्ड का विंडो ट्रेलिंग निरीक्षण किया। गौरतलब है कि पमरे महाप्रबंधक का कार्यभार ग्रहण के पश्चात कोटा मंडल का उनका प्रथम निरीक्षण दौरा है।
पमरे की महाप्रबंधक ने कोटा एवं डकनिया तलाव सहित कोटा-नागदा खण्ड के रामगंज मंडी, शामगढ़ तथा विक्रमगढ़ आलोट स्टेशन पर चल रहे पुनर्विकास कार्यों की प्रगति का निरीक्षण किया। उल्लेखित है कि रामगंज मंडी में 27.78 करोड़, शामगढ़ में 21.55 करोड़ एवं विक्रमगढ़ आलोट में 18.92 करोड़ की लागत से कार्य किया जा रहा जीएम ने रामगंज मंडी स्टेशन पर मिशन रफ़्तार 160 KMPH प्रोजेक्ट के अंतर्गत तैयार किए गए 25 KV के टीएसएस एवं 40 मीटर ऊँचे कवच टावर का भी निरीक्षण किया।
कोटा मंडल में कोटा एवं डकनिया तलाव स्टेशन का विश्वस्तरीय तर्ज पर पुनर्विकास कार्य क्रमशः 207.20 करोड़ एवं 111.18 करोड़ की लागत से तीव्रता के साथ किया जा रहा है। इसके अतिरिक्त मंडल के 17 स्टेशनों का कायाकल्प कुल 356.85 करोड़ की लागत से किया जा रहा है। जिसमें सवाई माधोपुर, गंगापुर सिटी, भवानी मंडी, बारां, छबरा गुगोर, झालावाड सिटी, चौमहला, शामगढ़, मांडलगढ, भरतपुर, बयाना, श्रीमहावीरजी, हिंडौन सिटी, रामगंजमंडी, बून्दी, विक्रमगढ़ आलोट एवं गरोठ स्टेशन शामिल है।
महाप्रबंधक ने उक्त स्टेशनों पर चल रहे पुनर्विकास कार्य के मॉडल एवं ले-आउट प्लान के सभी पहलुओं का अवलोकन किया। निरीक्षण के दौरान संबंधित अधिकारियों द्वारा स्टेशन पर हो रहे आधारभूत संरचनाओं के विकास की कार्ययोजना के संदर्भ में हो रहे कार्य की वास्तविक स्थिति से महाप्रबंधक को अवगत कराया गया।
निरीक्षण के उपरांत महाप्रबन्धक महोदया ने संबंधित अधिकारियों को स्टेशनों पर भविष्य की आवश्यकताओं के दृष्टिगत यात्री सुविधाओं तथा परिचालन संबंधी निमार्णाधीन कार्यों को जल्द से जल्द पूरा किये जाने के निर्देश दिए। उन्होंने यात्री सुविधाओं एवं पुर्नविकास कार्यों को पूरी गुणवत्ता के साथ निर्धारित तिथि पर पूर्ण करने तथा उन्होंने रेल संरक्षा एवं सुरक्षा से किसी भी प्रकार का समझौता न करने के निर्देश दिए। निरीक्षण उपरान्त कोटा में मान्यता प्राप्त यूनियन पदाधिकारियों ने महाप्रबंधक से मुलाकात की। महाप्रबंधक ने रेल कर्मियों की समस्याओं का अविलम्ब निस्तारण का आश्वाशन दिया।
इस दौरान महाप्रबंधक के साथ मंडल रेल प्रबंधक, कोटा मनीष तिवारी, प्रमुख मुख्य इंजीनियर अरविन्द कुमार सिंह, प्रमुख मुख्य संकेत एवं दूर संचार इंजीनियर धर्मवीर मीना, सीपीएम/गति शक्ति यूनिट सचिन शुक्ला सहित मण्डल के वरिष्ठ अधिकारी एवं पर्यवेक्षक कर्मचारी मौजूद रहे।