कोलकाता (हि.स.)। पुरी के शंकराचार्य निश्चलानंद सरस्वती ने लोकसभा चुनाव के परिणामों को लेकर बयान दिया है। उन्होंने राष्ट्रीय स्तर पर भाजपा के प्रदर्शन को असंतोषजनक बताते हुए इसे राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम से जोड़ने की कोशिश की है।
निश्चलानंद सरस्वती बोलपुर में तीन दिवसीय कार्यक्रम में आए हैं। वे उत्तर प्रदेश के अयोध्या में राम मंदिर के उद्घाटन समारोह में शामिल नहीं हुए थे। उन्होंने कहा था कि राम मंदिर का उद्घाटन उचित नियमों के तहत नहीं किया गया। बीरभूम जिले के बोलपुर में पहुंचे पुरी के शंकराचार्य निश्चलानंद सरस्वती ने कहा, “प्रधानमंत्री अगर ब्राह्मण होते, तब भी राम मंदिर का उद्घाटन नहीं किया जाना चाहिए था। अयोध्या के लोगों ने भाजपा को सटीक जवाब दिया है।”
इतना ही नहीं उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सीधे तौर पर चेतावनी देते हुए कहा कि पश्चिम बंगाल के पूर्व मुख्यमंत्री ज्योति बसु ने मुझसे टकराने की कोशिश की थी, वह खत्म हो गए। लालू यादव ने भी मुझसे टकराने की कोशिश की थी, वह भी राजनीतिक तौर पर खत्म हो गए। इसलिए प्रधानमंत्री मोदी को भी यह प्रयास नहीं करना चाहिए। जो भी मुझसे टकराएगा वह चूर-चूर हो जाएगा।