केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने आज थीम आधारित टूरिस्ट सर्किट ट्रेन भारत गौरव ट्रेन शुरू करने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि ये ट्रेनें भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत और शानदार ऐतिहासिक स्थानों को भारत और दुनिया के लोगों के सामने दिखाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दृष्टिकोण को साकार करने में मदद करेंगी।
उन्होंने आगे कहा कि पर्यटन क्षेत्र के पेशेवरों की मुख्य ताकत का उपयोग भारत की विशाल पर्यटन क्षमता का दोहन करने के लिए पर्यटन सर्किटों को विकसित करने, पहचानने और थीम-आधारित ट्रेनों को चलाने के लिए किया जाएगा। सेवा प्रदाता सिख संस्कृति के महत्वपूर्ण स्थानों को कवर करने के लिए गुरु कृपा ट्रेन, भगवान श्री राम से जुड़े स्थानों के लिए रामायण ट्रेनों आदि जैसी थीम तय करने के लिए स्वतंत्र होंगे।
उन्होंने बताया कि सेवा प्रदाता पर्यटकों को रेल यात्रा, होटल आवास, दर्शनीय स्थलों की व्यवस्था, ऐतिहासिक व विरासत स्थलों की यात्रा, टूर गाइड आदि सहित सभी समावेशी पैकेज प्रदान करेगा। पेशकश की जा रही सेवाओं के स्तर के आधार पर पैकेज की लागत तय करने में पूर्ण लचीलापन होगा।
सेवा प्रदाता ग्राहकों के अनुकूल कोचों का चयन, विभिन्न खंड जैसे विलासिता, बजट तथा थीम के आधार पर कोचों के इंटीरियर डिजाइन व सुसज्जित करने के लिए स्वतंत्र होंगे। इसके साथ ही ट्रेन के अंदर और बाहर दोनों जगह ब्रांडिंग और विज्ञापन की अनुमति होगी। ट्रेन की संरचना 2 एसएलआर (गार्ड वैन) सहित 14 से 20 डिब्बों की होगी।
रेल मंत्री के अनुसार आसान प्रक्रिया से ट्रेन का पंजीकरण कराया जा सकेगा। जिसमें आसान एक कदम पारदर्शी ऑनलाइन पंजीकरण प्रक्रिया। केवल 1 (एक) लाख रुपये का पंजीकरण शुल्क। उपलब्धता के अधीन सभी पात्र आवेदकों को कोचों का आवंटन। रैक सुरक्षा जमा समय और तारीख के आधार पर प्राथमिकता। रेक सुरक्षा जमा एक करोड़ रुपये प्रति रेक। व्यक्तिगत, पार्टनरशिप फर्म, कंपनी, सोसाइटी, ट्रस्ट, जेवी या कंसोर्टियम पात्र होंगे। सेवा प्रदाता के लिए अपने व्यवसाय मॉडल को तैयार करने के लिए नीति में अधिसूचित उपयोग का अधिकार शुल्क और ढुलाई शुल्क। उपयोग का अधिकार अवधि: 2-10 वर्ष होगी।