नई दिल्ली (हि.स.)। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण 01 फरवरी को अंतरिम बजट पेश करेंगी। वित्त वर्ष 2024-25 के लिए केंद्रीय बजट लोकसभा चुनाव के बाद नई सरकार पेश करेगी। स्वतंत्र भारत के पहले वित्त मंत्री आरके शणमुखम चेट्टी ने पहला केंद्रीय बजट पेश किया था।
देश के पहले वित्त मंत्री आरके शणमुखम चेट्टी ने 26 नवंबर, 1947 को स्वतंत्र भारत का पहला बजट पेश किया था। इस बजट में 15 अगस्त, 1947 से 31 मार्च, 1948 के बीच के साढ़े सात महीनों को शामिल किया गया था। पहले केंद्रीय बजट में 171.15 करोड़ रुपये के कुल रेवेन्यू का अनुमान था। इसमें खर्च का अनुमान 197.29 करोड़ रखा गया था। राजकोषीय घाटे का अनुमान 26.24 करोड़ रुपये था। डिफेंस सर्विस के लिए करीब 92.74 करोड़ रुपये का बजट आवंटित किया गया था।
अंतरिम बजट, आम चुनाव से ठीक पहले पेश किया जाने वाला बजट होता है। इसे वोट ऑन अकाउंट के नाम से भी जाना जाता है। आम चुनाव से पहले अपने कार्यकाल के आखिरी साल में सरकार अंतरिम बजट पेश करती है। एक फरवरी, 2024 को पेश किया जाने वाला अंतरिम बजट एक वोट ऑन अकाउंट होगा। संसद के दोनों सदनों से मंजूरी के बाद सरकार अप्रैल से जुलाई तक की अवधि के खर्चों के लिए भारत की संचित निधि से आनुपातिक आधार पर पैसे निकाल सकेगी।