सनातन धर्म में चैत्र पूर्णिमा नव वर्ष की पहली पूर्णिमा होती है। पौराणिक मान्यता है कि इसी दिन हनुमान जी का जन्म भी हुआ था, ऐसे में इस व्रत का महत्व और बढ़ जाता है। आज चैत्र पूर्णिमा के अवसर पर हनुमान जयंती भी मनायी जा रही है।
हनुमान जी को बल, बुद्धि और विद्या का प्रतीक माना जाता है। इस दिन हनुमान जी की पूजा करने से भक्तों से सभी कष्ट दूर हो जाते हैं। हनुमान जयंती के दिन मंगलवार पड़ रहा है। ये दिन हनुमानजी को समर्पित होता है, इसलिए इसकी महत्व और बढ़ गया है।
इस बार हनुमान जयंती पर शुभ योग बन रहा है। हनुमान जयंती पर सिद्धि और व्यातीपात नामक दो योग बन रहे हैं। सिद्धि योग में की गई पूजा फलीभूत होती है। सिद्धि योग शाम 8:03 बजे तक रहेगा। इस योग में पूजा करने से घर में सुख-समृद्धि आती है।
संकटमोचन हनुमान जयंती पर पूर्णिमा तिथि आरंभ 26 अप्रैल की दोपहर 12:44 बजे हो गया है, जबकि पूर्णिमा तिथि आज 27 की रात 9:01 मिनट तक रहेगी। हनुमान जयंती के दिन सुंदरकांड का पाठ कराने से शुभ फल प्राप्त होता है। सुंदरकांड का पाठ को करने से प्रभु राम की भी कृपा प्राप्त होती है। इस दिन गरीबों को खाना खिलाने के साथ ही दान-पुण्य करने का विशेष महत्व है।
भगवान शिव के 11वें अवतार हनुमान जी हैं। हनुमान जी को अलग- अलग से नाम जाना जाता है। इस दिन भगवान हनुमान का जन्म हुआ था। हनुमान जी आपके सभी कष्टों को दूर करते हैं, इसलिए उन्हें संकंटमोचन के नाम से जाना जाता है। विद्वानों के अनुसार हनुमान जयंती के दिन हनुमान मंदिर में लाल चोला चढ़ाना चाहिए। इसके बाद घी या तेल का दीप प्रजवलित कर हनुमान चालीसा का पाठ करना चाहिए।