हैदराबाद (हि.स.)। पश्चिम बंगाल ने एक बार फिर संतोष ट्रॉफी में अपनी बादशाहत को कायम रखा है। मंगलवार को जीएमसी बालयोगी एथलेटिक स्टेडियम में खेले गए फाइनल मुकाबले में पश्चिम बंगाल ने सात बार के विजेता केरल को 1-0 हरा दिया। पश्चिम बंगाल ने एकमात्र गोल दूसरे हाफ के अतिरिक्त समय किया।
मैच की शुरुआत में बंगाल की टीम ने केरल के खिलाफ आक्रामक रुख अपनाया और लगातार गेंद पर कब्जा बनाए रखा। हालांकि छह मिनट के बाद ही केरल के मौका बनाया और गोल की कोशिश की लेकिन बंगाल के डिफेंस ने गोल बचा लिया। फिर 11वें मिनट में केरल की ओर से निजो गिल्बर्ट ने क्रॉस पर साथी खिलाड़ी ने हेड शॉट के जरिए गेंद को गोलपोस्ट में भेजना चाहा, लेकिन अजसल का हेडर बार के ऊपर से निकल गया।
इसके बाद, 30वें मिनट में बंगाल के कॉर्नर किक को केरल के गोलकीपर ने बचा लिया। 40वें मिनट में केरला को मिले फ्री किक को मोहम्मद मुश्रीफ ने लिया। लेकिन गोल नहीं हो सका। इस तरह पहला हाफ बिना गोल के खत्म हुआ।
दूसरे हाफ में दोनों ने कई हमले किए लेकिन किसी को सफलता नहीं मिली। लगातार हो रहे हमले के बावजूद दोनों टीमें अपने स्कोर को शून्य से एक तक नहीं कर पाई। आखिरी में निर्धारित समय के बाद छह मिनट का इंजरी टाइम खेल में जुड़ा। इस अतिरिक्त समय में बंगाल ने फिर मौका बनाया और इस बार उसे सफलता मिल गई। 94वें मिनट में रॉबी हंसदा एक पास पर आसानी से गेंद को गोलपोस्ट में भेज दिया। इसके बाद तमाम कोशिशों के बाद भी केरल वापसी नहीं कर सकी और पश्चिम बंगाल 33वीं बार संतोष ट्राफी का विजेता बना।
मैच में एकमात्र गोल करने वाले रॉबी हंसदा टूर्नामेंट के टॉप स्कोरर भी बने। प्रतियोगिता में रॉबी ने कुल 12वां गोल दागे हैं।