प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज सिलीगुड़ी में जनसभा को संबोधित किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि नॉर्थ बंगाल, भारत मां के गले में ऐसी भव्य माला है जिसमें अलग-अलग भाषा, जाति, भिन्न-भिन्न समुदाय के लोग अलग-अलग फूलों में गुंथे हुए हैं। यहां एक भारत-श्रेष्ठ भारत की सुंदर तस्वीर दिखती है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि इस बीच कूचबिहार में जो हुआ है, वो बहुत दुखद है। जिन लोगों की मृत्यु हुई है, मैं उनके निधन पर दुख जताता हूं। मेरी संवेदनाएं उनके परिवार के साथ हैं। बीजेपी के पक्ष में जनसमर्थन देख कर दीदी और उनके गुंडों की बौखलाहट बेकाबू होती जा रही है। अपनी कुर्सी जाते देख, दीदी इस स्तर पर उतर आई हैं। दीदी और टीएमसी की मनमानी बंगाल में नहीं चलने दी जाएगी। मेरा चुनाव आयोग से आग्रह है कि कूचबिहार में जो हुआ, उसके दोषियों पर सख्त से सख्त कार्रवाई हो।
उन्होंने कहा कि बंगाल में दशकों से जिस तरह का राजनीतिक वातावरण बना दिया गया है, वो बदलने का समय आ गया है। अब तोलाबाज मुक्त बंगाल बनेगा। अब सिंडिकेट मुक्त बंगाल बनेगा। अब कटमनी मुक्त बंगाल बनेगा। दीदी, ये हिंसा, लोगों को सुरक्षा बलों पर आक्रमण करने के उकसाने के तरीके, चुनाव प्रक्रिया में रोड़े अटकाने के तरीके आपको नहीं बचा पाएंगे। आपके 10 साल के कुकर्मों से ये हिंसा अपकी रक्षा नहीं कर सकती है।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि यहां से निकली संतानों ने साहित्य से लेकर सेना तक, सभी को मजबूत किया है। आज उन्हीं की प्रेरणा से बंगाल ने आशोल पॉरिबोर्तोन का नारा बुलंद किया है। जिस बंगाल को डर के, भय के, अत्याचार के, अन्याय के बोझ तले दीदी और उनके दल ने दबा रखा था, आज वो कह रहा है- आशोल पॉरिबोर्तोन।
उन्होंने कहा कि मैंने सोशल मीडिया में एक वीडियो देखा। उसमें दीदी के करीबी, बंगाल के पर्यटन मंत्री और यहां पास के ही विधायक, लोगों को धमका रहे हैं, उन्होंने कहा कि अगर भाजपा को वोट दिया तो लोगों को उठाकर बाहर फेंक दिया जाएगा। ये भाषा, ऐसी धमकी आपको मंजूर है? दीदी, ओ दीदी! बंगाल के लोग यहीं रहेंगे। अगर जाना ही है तो सरकार से आपको जाना होगा।
दीदी आप बंगाल के लोगों की भाग्य विधाता नहीं हैं। बंगाल के लोग आपकी जागीर नहीं हैं। बंगाल के लोगों ने तय कर दिया है कि आपको जाना ही होगा। बंगाल की जनता आपको निकाल कर ही दम लेने वाली है।