नई दिल्ली (हि.स.)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और भूटान के प्रधानमंत्री शेरिंग तोबगे के बीच थिंपू में शुक्रवार को द्विपक्षीय वार्ता हुई। दोनों देशों के बीच इस दौरान सात करार पर हस्ताक्षर किए गए। यह करार तेल, खाद्य, ऊर्जा, खेल, स्वास्थ्य, अंतरिक्ष और शिक्षा से जुड़े हैं।
प्रधानमंत्री मोदी और भूटान के प्रधानमंत्री शेरिंग तोबगे ने द्विपक्षीय संबंधों की समीक्षा की और बहुआयामी साझेदारी को और मजबूत करने की प्रतिबद्धता दोहराई। इस दौरान दोनों देशों के बीच कुछ करार हुए। इस करार के तहत भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण (एफएसएसएआई) भूटान खाद्य और औषधि प्राधिकरण (बीएफडीए) के प्रमाणपत्र को मान्यता देगा। इससे व्यापार करने में आसानी होगी। इसके अलावा अंतरिक्ष सहयोग पर संयुक्त कार्य योजना को मंजूरी दी गई है। दोनों देश रेलवे से जोड़ने के लिए भी करार किए जाने पर सहमत हुए हैं।
इसके अलावा भारत से भूटान को पेट्रोलियम, तेल और संबंधित उत्पादों की सामान्य आपूर्ति, ऊर्जा दक्षता और ऊर्जा संरक्षण उपायों के क्षेत्र में सहयोग, खेल और युवा क्षेत्र में सहयोग, औषधीय उत्पादों के संदर्भ मानक, फार्माकोपिया, सतर्कता और परीक्षण साझा करने से संबंधित सहयोग पर समझौता ज्ञापन हुए हैं। वहीं भारत के राष्ट्रीय ज्ञान नेटवर्क (एनकेएन) और भूटान के ड्रुक रिसर्च एंड एजुकेशन नेटवर्क के बीच समन्वय व्यवस्था पर समझौता ज्ञापन का नवीनीकरण हुआ है।
प्रधानमंत्री मोदी ने भूटान नरेश जिग्मे खेसर नामग्याल वांगचुक से भी मुलाकात की। इस संबंध में विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने बताया कि विशेष और अद्वितीय भारत-भूटान मित्रता के प्रति प्रतिबद्धता को दोहराते हुए दोनों नेताओं ने द्विपक्षीय संबंधों की समीक्षा की और उन्हें नए स्तरों पर ले जाने के तरीकों पर चर्चा की। प्रधानमंत्री मोदी शुक्रवार को दो दिवसीय राजकीय यात्रा पर भूटान की राजधानी थिंपू पहुंचे। प्रधानमंत्री का एयरपोर्ट पर भव्य स्वागत किया गया।