Saturday, December 28, 2024
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लोकसभा चुनाव लड़ेंगे शिवराज, केंद्र में मंत्री भी बनेंगे: केन्द्रीय मंत्री रामदास अठावले

भोपाल (हि.स.)। केन्द्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता राज्यमंत्री रामदास आठवले ने रविवार को भोपाल दौरे पर भाजपा मीडिया सेंटर में पत्रकार वार्ता को संबोधित किया। यहां केन्द्रीय मंत्री आठवले ने पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि शिवराज सिंह चौहान लोकसभा चुनाव लड़ेगे और केन्द्र में मंत्री भी बनेंगे।

बंसल वन स्थित भाजपा मीडिया सेंटर में आयोजित पत्रकार वार्ता के दौरान शिवराज सिंह चौहान को मुख्यमंत्री नहीं बनाए जाने के सवाल पर आठवले ने कहा कि ‘शिवराज ने अच्छा काम किया, इसीलिए उन्हें तीन बार मुख्यमंत्री बनाया गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को हर कास्ट को न्याय देना था इसीलिए वे नया ओबीसी चेहरा सामने लाए।

रामदास अठावले ने कहा कि शिवराज सिंह चौहान का लोकसभा में आना पक्का है, इससे विरोधियों को बड़ा धक्का लगेगा। उन्होंने कहा कि शिवराज सिंह चौहान भी दिल्ली में आएंगे, हमारे साथ आएंगे, मंत्रिमंडल में शामिल होंगे।

डॉ मोहन यादव को मुख्यमंत्री बनाने पर प्रधानमंत्री का जताया आभार

केंद्रीय राज्य मंत्री रामदास आठवले ने डॉ मोहन यादव को मध्य प्रदेश का मुख्यमंत्री बनाए जाने पर पीएम मोदी का आभार जताया। साथ ही यादव को बहुत-बहुत बधाई दी। उन्होंने कहा, ‘मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव में भाजपा को 163 सीट मिलीं। इसमें प्रधानमंत्री मोदी का तो बड़ा योगदान था ही, पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी बहुत मेहनत की।’ उन्होंने कहा कि लाड़ली बहना जैसी स्कीम के जरिए उन्होंने सामाजिक न्याय के लिए भी काम किया।

रामलला प्राण प्रतिष्ठा में कांग्रेस को आना चाहिए था

वहीं राम मंदिर प्राण-प्रतिष्ठा को लेकर केंद्रीय मंत्री ने कहा कि यह ऐतिहासिक काम हुआ है। विपक्षी नेताओं के रामलला प्राण-प्रतिष्ठा समारोह में नहीं आने पर उन्होंने कहा कि, राम मंदिर को लेकर कई सालों से भक्तों की जो इच्छा थी वो पीएम मोदी के नेतृत्व में पूरी हुई है। जो कांग्रेस के लोग और अन्य नेता नहीं पहुंचे उन्हें ये मालूम था की उनको वहां जाने से कोई फायदा नहीं होगा। कार्यक्रम भाजपा का नहीं था, राम मंदिर ट्रस्ट का था। ट्रस्ट ने सारे देश के नेताओं को बुलाया था। मैं भी बुद्धिस्ट हूं, लेकिन हिंदू धर्म के लोगों की भावनाओं का सम्मान करता हूं। बाबा साहब के संविधान में हमें यही सिखाया है कि हमारे धर्म अलग-अलग हैं, लेकिन हम सब भारत के नाम पर एक हैं। उन्हें (कांग्रेस) भी आना चाहिए था। ऐसे प्रोग्राम में राजनीति करना ठीक नहीं था।’

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