आज पूरे देश में श्रीराम के जन्मोत्सव हर्षोल्लास और श्रद्धा-भक्ति के साथ मनाया जा रहा है। मगर इन दिनों कोरोना वायरस की दूसरी लहर के कारण कई राज्यों में लॉकडाउन लागू है, जिस कारण मंदिर, देवालय बंद हैं। ऐसे घर में रहकर ही श्रीराम का जन्मोत्सव मनाएं। प्रभु की आराधना में सुंदरकाण्ड एवं श्रीराम रक्षा स्त्रोत का पाठ करें।
त्रेतायुग में रावण के वध के लिए भगवान विष्णु ने अयोध्या के महाराजा दशरथ और कौशल्या के पुत्र के रूप में जन्म लिया था। मर्यादा पुरुषोत्तम प्रभु श्रीराम का जन्म त्रेतायुग में चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को हुआ था, इसलिए हर वर्ष इस तिथि को रामनवमीं या श्रीराम जन्मोत्सव के रूप में मनाते हैं।
चैत्र नवरात्रि नवमी तिथि का प्रारम्भ आज 21 अप्रैल को रात 12:43 बजे से हो गया है। वहीं चैत्र नवरात्रि का नवमी तिथि समापन 22 अप्रैल को 12:35 बजे होगा। रामनवमी की पूजा और हवन के लिए शुभ मुहूर्त आज सुबह 11:02 बजे से दोपहर 1:38 मिनट तक रहेगा।