सिंधी समाज के आस्था का पर्व चालीसा व्रत महोत्सव का समापन के अवसर पर स्वामी अशोकनन्द महाराज ने आध्यात्मिक सत्संग करते हुए कहा कि चालीसा व्रत मन को निश्चल करने एवं भक्ति का मार्ग प्राप्त करने का सबसे सरल उपाय है।
स्वामी प्रदीप महाराज द्वारा बहराणा साहब एवं मटकी (कलश)का पूजन कराया गया। इस मौके पर कैंट विधायक अशोक रोहाणी ने कहा चालीसा के समापन के अवसर पर हर एक व्रत धारी को अपने अंदर की एक बुराई को छोड़ने का संकल्प करना चाहिये एवं एक अच्छाई ग्रहण करनी चाहिए।
16 जुलाई से शुरू हुए 40 दिन के व्रत को श्रद्धालुओं द्वारा आज व्रत खोला गया एवं मटकी एवं ज्योति का विसर्जन मां नर्मदा के तट ग्वारीघाट में किया गया। इस अवसर पर मोतीलाल पारवानी, उद्धव दास पारवानी, राजकुमार कांधारी, राम अहूजा, उमेश पारवानी, माधवदास कुंदवानी, श्रीचंद्र नमंधयानी, त्रिलोक वासवानी, रमेश आहूजा, नामदेव वासवानी, जितेन्द्र ठकुर, दिव्यम पाहुजा, चेतन आदि उपस्थित थे।