भारतीय रेल प्रशासनिक सुधार और लोक शिकायत विभाग (डीएआरपीजी) के तत्वावधान में विशेष अभियान 4.0 को लागू करने के लिए पूरी तरह तैयार है। विशेष अभियान 3.0 की सफलता के आधार पर इस पहल का उद्देश्य स्वच्छता को और बढ़ावा देना और सरकारी कार्यालयों में लंबित मामलों को कम करना है।
अभियान दो चरणों में आयोजित किया गया है। पहला चरण 13.09.2024 से 30.09.2024 तक पूरा किया जाएगा और अगला चरण 2 अक्टूबर से 31 अक्टूबर 2024 तक लागू किया जाएगा। इस संबंध में अभियान में भाग लेने के लिए सभी 17 जोनल रेलवे और 70 मंडल कार्यालयों, 10 पीएसयू, 9 पीयू और 9 केंद्रीय प्रशिक्षण संस्थानों को निर्देश जारी किए जा चुके हैं।
अभियान को सफल बनाने के लिए रेलवे बोर्ड के सचिव और रेलवे बोर्ड के अन्य वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा नियमित रूप से तैयारियों की समीक्षा की जाती है। अभियान को पूरा करने के लिए भारतीय रेल में 150 से अधिक नोडल अधिकारी नियुक्त किए गए हैं। रेलवे की सभी इकाइयों के नोडल अधिकारियों का एक व्हाट्सएप ग्रुप बनाया गया है ताकि सूचनाओं को तेज़ी से साझा किया जा सके।
अभियान का प्रारंभिक चरण 13.09.2024 से शुरू हो चुका है, इसलिए अभियान के विभिन्न मापदंडों अर्थात लंबित संदर्भों, फाइलों की समीक्षा, स्वच्छता अभियान स्थलों और सभी रेलवे इकाइयों पर स्क्रैप निपटान के संबंध में लक्ष्य निर्धारित किए जा रहे हैं।
रेल मंत्रालय स्वच्छता को एक नियमित अभ्यास बनाने के लिए समर्पित है और संदर्भों के शीघ्र निपटान के लिए प्रतिबद्ध है। इसका उद्देश्य विशेष अभियान 4.0 को सफल बनाना है। इसके लिए तैयारी चरण के दौरान पहचाने गए लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए ईमानदार और समर्पित प्रयास किए जाएंगे।