चेन्नई (हि.स.)। तमिलनाडु सरकार ने कुत्ते के मालिकों को निर्देश दिया है कि वे तुरंत 23 नस्लों के कुत्तों की नसबंदी करें और सुनिश्चित करें कि वे प्रजनन न करें। बता दें कि 5 मई को चेन्नई में दो रॉटवीलर कुत्तों ने 5 साल की एक बच्ची पर हमला किया था। इस घटना के बाद तमिलनाडु पशुपालन विभाग ने आज गुरुवार को कुत्तों की 23 नस्लों पर प्रतिबंध लगाने की घोषणा की।
विभाग की ओर से कहा गया कि ऐसे खूंखार कुत्ते लोगों के लिए खतरा पैदा करते हैं। विभाग ने घोषणा की है कि जिन पालतू पशु मालिकों के पास ये कुत्ते हैं, उन्हें उनकी नसबंदी करानी होगी और यह सुनिश्चित करना होगा कि वे भविष्य में प्रजनन नहीं कर सकेंगे।
प्रजनन प्रतिबंधित कुत्तों की 23 नस्लों में मुख्यत: शामिल हैं- टोसा इनु, फिला ब्रासीलीरो, अमेरिकन बुलडॉग, कांगल, कोकेशियान शेफर्ड, टॉर्नजैक, सरप्लानिनैक, मास्टिफ़्स, टेरियर्स, वुल्फ डॉग्स, अकबाश, केन कोरसो, पिटबुल टेरियर, अमेरिकन स्टैफोर्डशायर टेरियर, डोगो अर्जेंटीनो, बोसबोएल, मध्य एशियाई शेफर्ड कुत्ता, दक्षिण रूसी शेफर्ड कुत्ता, जापानी टोसा और अकिता, रॉटवीलर, रोडेशियन रिजबैक, कैनारियो और मॉस्को। राज्य के पशुपालन विभाग ने कहा कि इन नस्लों के कुत्तों का आयात या बिक्री प्रतिबंधित कर दी गई है।
कुत्तों की नसबंदी कराने के अलावा, मालिकों को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया है कि कुत्तों को सुरक्षात्मक मास्क पहनाएं और सार्वजनिक स्थानों पर उन्हें अच्छी गुणवत्ता वाले कॉलर से बांधकर ले जाएं। नियमों के अनुसार, लिंक श्रृंखला की लंबाई नाक की नोक से पूंछ के आधार तक कुत्ते के शरीर की चौड़ाई (लंबाई से कम से कम तीन गुना) के बराबर होनी चाहिए।
चेन्नई की मीडिया में कुत्ता काटने का मामला 05 मई को सुर्खियां बना था। तब नुंगमबक्कम में चौथी लेन पर स्थित ग्रेटर चेन्नई कॉर्पोरेशन पार्क में सुरक्षा नाम की 5 वर्षीय लड़की (एक सुरक्षा गार्ड की बेटी) पर दो रॉटवीलर कुत्तों ने हमला किया था। सुरक्षा के सिर पर गंभीर चोटें आईं और उनका चेन्नई के एक निजी अस्पताल में इलाज चल रहा है।