बिजली की लगातार बढ़ती मांग और उत्पादन क्षमता में बढ़ोतरी के अनुरूप राष्ट्रीय ग्रिड की क्षमता का निरंतर विस्तार किया जा रहा है। देश में हर साल औसतन लगभग 16,000 सर्किट किलोमीटर ट्रांसमिशन लाइनें और 75,000 एमवीए ट्रांसफॉर्मेशन क्षमता (220 केवी और इससे अधिक वोल्टेज स्तर) जोड़ी जा रही हैं।
राष्ट्रीय ग्रिड मौजूदा नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता से प्राप्त विद्युत को समायोजित करने में पूरी तरह सक्षम है। यह जानकारी केंद्रीय ऊर्जा व नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री आरके सिंह ने राज्यसभा में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में दी है।