नई दिल्ली (हि.स.)। पश्चिम बंगाल के संदेशखाली में शुक्रवार को केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) की छापेमारी और यहां पर मिले विदेशी हथियारों को लेकर राज्य की राजनीति गरमा गई है। संदेशखाली में छापेमारी की घटना को जहां एक तरफ तृणमूल कांग्रेस (TMC) ने जहां इसे राज्य को बदनाम करने की साजिश बताकर चुनाव आयोग से शिकायत की है, वहीं दूसरी तरफ भाजपा नेता इस मामले में मुख्यमंत्री की गिरफ्तारी की मांग करने लगे हैं। भाजपा नेता पश्चिम बंगाल में राष्ट्रपति शासन लागू करने की वकालत कर रहे हैं।
शुक्रवार को सीबीआई की छापेमारी के बाद शनिवार को तृणमूल कांग्रेस ने चुनाव आयोग को पत्र लिखकर सीबीआई पर आरोप लगाया है कि यह छापेमारी बंगाल को बदनाम करने के लिए की जा रही है। सीबीआई के खिलाफ शिकायत दर्ज कराते हुए टीएमसी ने कहा है कि मतदान के दिन पश्चिम बंगाल के संदेशखाली में एक खाली स्थान पर बेईमानी से छापा मारा गया ताकि लोकसभा चुनाव के दौरान पार्टी की छवि खराब की जा सके।
उधर, सीबीआई छापेमारी में विदेशी हथियार मिलने को गंभीर मामला बताते हुए बंगाल विधानसभा में नेता विपक्ष शुभेंदु अधिकारी ने ममता सरकार पर निशाना साधा है। शुभेंदु अधिकारी ने कहा है कि संदेशखाली में मिले हथियार विदेशी हैं, जिनका देश विरोधी गतिविधियों में इस्तेमाल किया गया है। शुभेंदु अधिकारी ने कहा कि पूर्व टीएमसी नेता शाहजहां शेख आतंकी है। उन्होंने कहा है कि ममता बनर्जी को मुख्यमंत्री बने रहने का हक नहीं है। उनकी गिरफ्तारी होनी चाहिए।
भाजपा नेता एवं बेगूसराय से सांसद गिरिराज सिंह ने संदेशखाली में हथियार मिलने पर ममता सरकार पर हमला बोला है। उन्होंने आराेप लगाया कि अपराधियों के बलबूते पर ममता बनर्जी की सरकार चलती है। खासतौर पर मुसलमानों को तरजीह दी जा रही है। उन्होंने राज्य में राष्ट्रपति शासन लागू करने की मांग की है।
उल्लेखनीय है कि संदेशखाली मामले के आरोपित शाहजहां शेख के करीबी अबु तालेब के घर पर सीबीआई की टीम हथियार और विस्फोटक ढूंढ रही थी। अधिकारियों ने टीएमसी के निलंबित शाहजहां शेख के करीबी अबू तालेब मोल्ला से जुड़े दो ठिकानों पर छापेमारी की। इस दौरान तालेब के ठिकानों से 4 विदेशी पिस्टल, 1 देसी पिस्टल, 1 इंडियन रिवॉल्वर, 1 पुलिस की कॉल्ट रिवॉल्वर बरामद हुई है। इसके अलावा 348 कारतूस और कई देशी बम भी बरामद हुए हैं।
सीबीआई को शक है कि अबु तालेब के घर से जो भी हथियार और विस्फोटक बरामद हुए हैं, वो पहले शाहजहां शेख के घर पर छिपाकर रखे गए थे लेकिन शाहजहां शेख पर ईडी का शिकंजा कसने के बीच ये हथियार शाहजहां के घर से शिफ्ट कर उसके करीबी अबु तालेब के घर पर शिफ्ट किए गए।