रायबरेली (हि. स.)। बिजली चोरी की शिकायत पर जांच करने गई टीम को चोर समझकर ग्रामीणों ने दौड़ा-दौड़ा कर पीटा। घटना में बिजली विभाग के कई कर्मचारी घायल हो गए। विभाग की ओर से ग्रामीणों के ख़िलाफ़ तहरीर दी गई है।
जिले के ऊंचाहार क्षेत्र में सरकपुर डिहवा निवासी राममूरत का कहना है कि रविवार की तड़के करीब तीन बजे वह अपने घर में लगी आटा चक्की पर सो रहे थे। पास बने भैंस के तबेले में आहट पर आंख खुली तो देखा पांच से छह लोग खड़े हैं। शोर मचाने पर सभी भागने लगे, जिसपर ग्रामीणों ने तीन लोगों को दौड़ा कर पकड़ लिया और मारपीट करते हुए उनसे पूछताछ करने लगे।
पूछताछ में पकड़े गए युवकों ने स्वयं को बिजली विभाग के कर्मचारी बताते हुए कहा कि बिजली चोरी की शिकायत पर जांच करने आए हैं। वहीं राममूरत ने बताया कि 10 दिन पहले उनकी दो भैंस चोरी हो गई थीं। जिसकी तहरीर कोतवाली में दी गई है। वहीं दूसरी ओर बिजली विभाग के अवर अभियंता अवनीश कुमार ने आरोप लगाया है कि वह टीम के साथ चंद्रिका प्रसाद के घर बिजली चोरी की जांच करने गए थे। जांच से आक्रोशित होकर उपभोक्ता और उनके पुत्रों ने मिलकर कर्मचारियों से मारपीट की, जिसमें चार कर्मी घायल हुए हैं।
अधिशासी अभियंता धीरेंद्र सिंह ने टीम जांच करने गई थी। इस दौरान उपभोक्ता द्वारा टीम पर हमला किया गया जिसमें अवर अभियंता सहित टीम के कई कर्मी घायल हुए हैं। आरोपियों की ओर से लगाए गए आरोप बेबुनियाद है।