भारत और चीन के बीच लद्दाख की गलवान वैली में एलएसी में हुए ताज़ा घटनाक्रम के बाद रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने लद्दाख में हुई घटना पर चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ एवं तीनों सेनाओं के प्रमुखों और विदेश मंत्री एस जयशंकर के साथ बैठक की है।
गौरतलब है कि लद्दाख में गलवान वैली के इलाकों को लेकर भारत और चीन के बीच एक महीने से ज्यादा समय से चल रहा विवाद सोमवार रात हिंसक झड़प में बदल गया।
चीनी सैनिकों ने भारतीय सैनिकों पर पत्थरों से हमला किया, जिसमें एक कर्नल और दो सैनिक शहीद हो गए। लद्दाख में भारत और चीन की वास्तविक नियंत्रण रेखा पर चल रहा विवाद कल रात हिंसक हो गया।
इस बारे में भारतीय सेना ने बयान जारी जानकारी दी है कि चीनी सेना के साथ हुए संघर्ष में गलवान घाटी में तैनात एक इंफैंट्री बटालियन के कमांडिंग ऑफिसर और सेना के दो जवान शहीद हो गए हैं। दोनों तरफ के वरिष्ठ सैन्य अधिकारियों ने तनाव कम करने के लिए बैठक भी की।
वहीं बताया जा रहा है कि भारतीय सैनिकों ने चीनी सैनिकों के दुस्साहस का मुंहतोड़ जवाब दिया है। इस घटना में चीन के 5 सैनिक और 11 सैनिकों के घायल होने की खबर है।
सत्तारूढ़ चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के आधिकारिक अखबार पीपुल्स डेली द्वारा प्रकाशित ग्लोबल टाइम्स ने स्वीकार किया कि पीपुल्स लिबरेशन आर्मी के सैनिक भी मारे गए हैं। ग्लोबल टाइम्स के संपादक हू शिन ने ट्वीट किया कि मैं जो जानता हूं, उसके आधार पर कह रहा हूं कि गलवान घाटी में हुई झड़प में चीनी पक्ष को भी जान का नुकसान पहुंचा है। हालांकि उन्होंने भारत को चेतावनी देते हुए कहा कि मैं भारतीय पक्ष को बताना चाहता हूं कि अभिमानी मत बनो और चीन के संयम को कमजोरी समझने की गलती मत करो। चीन भारत के साथ कोई टकराव नहीं चाहता है, लेकिन हम इससे डरते भी नहीं हैं।