मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि पूर्व प्रधानमंत्री स्व. अटल बिहारी वाजपेयी की नदी जोड़ो अभियान परिकल्पना के अनुक्रम में बनाई गई बहुउद्देशीय केन-बेतवा लिंक राष्ट्रीय परियोजना के गतिरोध को दूर कर, इसका कार्य शीघ्र प्रारंभ करवाया जाएगा।
उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश एवं उत्तरप्रदेश के बीच सीजनल जल बंटवारे पर सहमति न बनने के कारण परियोजना में विलंब हो रहा है। मध्यप्रदेश ने उत्तरप्रदेश को परियोजना से अवर्षाकाल के महीनों में रबी फसल व पेयजल के लिए 700 मि.घ.मी. पानी देने पर पूर्व में सहमति दी थी, जिसके लिए हम आज भी तैयार हैं. इस संबंध में भारत सरकार के समक्ष मध्यप्रदेश का पक्ष मजबूती से रखा जाएगा।
सीएम चौहान ने कहा कि प्रदेश में सिंचाई सुविधाओं के निरंतर विकास के चलते इस वर्ष गत वर्ष की तुलना में 2 लाख हेक्टेयर अधिक क्षेत्र में किसानों को सिंचाई की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। विशेष बात यह है कि प्रदेश में पहली बार लगभग 68 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में किसानों को पाइप लाइन के माध्यम से सिंचाई के लिए पानी पहुंचाया जाएगा।
सीएम चौहान ने कहा कि इस वर्ष पहली बार इतने अधिक क्षेत्र में किसानों को पाइप लाइन के माध्यम से सिंचाई के लिए पानी उपलब्ध कराया जाएगा। राजगढ़ जिले की मोहनपुरा योजना से 20 हजार हेक्टेयर, टीकमगढ़ जिले की बाण सुजारा योजना से 33 हजार हेक्टेयर तथा मंदसौर जिले की गरोठ परियोजना से 15 हजार हेक्टेयरक्षेत्र में पाइप लाइन के माध्यम से सिंचाई जल प्रदाय किया जाएगा।
इसी प्रकार प्रमुख रूप से पेंच परियोजना, छिंदवाड़ा, सिवनी से 26 हजार हेक्टेयर, बाणसागर एवं त्योंथर परियोजना, रीवा से 34 हजार हेक्टेयर, पारसडोह परियोजना बैतूल से 6 हजार हेक्टेयर तथा इन्दौख परियोजना उज्जैन से 6 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में इस वर्ष अतिरिक्त रूप से सिंचाई के लिए जल उपलब्ध कराया जाएगा। अन्य जिलों की लघु परियोजनाओं से इस वर्ष अतिरिक्त 60 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई के लिए जल प्रदाय किया जाएगा।