नई दिल्ली (हि.स.)। भारतीय बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल इस कैलेंडर वर्ष में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में 1,000 रन का आंकड़ा छूने वाले पहले खिलाड़ी बन गए।
जायसवाल ने पल्लेकेले में श्रीलंका के खिलाफ दूसरे टी 20 मैच के दौरान यह उपलब्धि हासिल की। बारिश से प्रभावित मैच में 8 ओवर में 78 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए, जायसवाल ने सिर्फ 15 गेंदों में तीन चौकों और दो छक्कों की मदद से 30 रनों की तेज पारी खेली। उनके रन 200.00 के स्ट्राइक रेट से आए।
इस साल सिर्फ 13 मैचों में, जायसवाल ने 63.93 की औसत और 94.54 की स्ट्राइक रेट से 1,023 रन बनाए हैं, जिसमें दो शतक और पांच अर्द्धशतक शामिल हैं। उनका सर्वश्रेष्ठ स्कोर 214* है। विशेष रूप से, ये सभी टेस्ट और टी-20 में उनके प्रदर्शन से आए हैं क्योंकि उन्होंने अभी तक अपना वनडे डेब्यू नहीं किया है।
दूसरे नंबर पर, श्रीलंकाई खिलाड़ी कुसल मेंडिस (26 मैचों में 888 रन, छह अर्द्धशतक के साथ) और तीसरे नंबर पर अफगानिस्तान के इब्राहिम जादरान (25 मैचों में 844 रन, एक शतक और आठ अर्द्धशतक के साथ) हैं।
इस साल छह टेस्ट मैचों में जायसवाल ने 11 पारियों के बाद 74.00 की औसत से 740 रन बनाए हैं। इसमें दो दोहरे शतक और तीन अर्द्धशतक शामिल हैं। उनका सर्वश्रेष्ठ स्कोर 214* है। सात टी20आई में उन्होंने 47.16 की औसत से 283 रन बनाए हैं, जिसमें दो अर्धशतक और 175.77 की स्ट्राइक रेट शामिल है। उनका सर्वश्रेष्ठ स्कोर 77* है।
मैच की बात करें तो भारत ने श्रीलंका को पहले बल्लेबाजी के लिए आमंत्रित किया। कुसल परेरा (34 गेंदों में छह चौकों और दो छक्कों की मदद से 53 रन), पथुम निसांका (24 गेंदों में पांच चौकों की मदद से 32 रन) की शानदार पारियों और उनकी 64 रन की साझेदारी ने श्रीलंका को शानदार शुरुआत दिलाई। परेरा और कामिंडु मेंडिस (23 गेंदों में 26 रन, चार चौके) के बीच एक और 50 रन की साझेदारी के बाद, टीम इंडिया ने दबदबा बनाना शुरू किया और 130/2 की शानदार स्थिति से श्रीलंका को 20 ओवरों में 161/9 पर रोक दिया।
भारत के लिए रवि बिश्नोई (3/26) ने बेहतरीन गेंदबाजी की। हार्दिक पांड्या, अक्षर पटेल और अर्शदीप सिंह को दो-दो विकेट मिले। बारिश के बाद तय की गई नई खेल परिस्थितियों में आठ ओवरों में 78 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए, जायसवाल (30), कप्तान सूर्यकुमार यादव (12 गेंदों में 26 रन, चार चौके और एक छक्का) और हार्दिक पांड्या (नौ गेंदों में 22* रन, तीन चौके और एक छक्का) ने भारत को नौ गेंद शेष रहते तीन विकेट से जीत दिलाई। बिश्नोई को ‘प्लेयर ऑफ द मैच’ का पुरस्कार मिला।