प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज 78वीं बार देश को अपने मासिक रेडियो कार्यक्रम मन की बात के जरिए देश को संबोधित किया। प्रधानमंत्री ने एक रोचक अंदाज में आज के मन की बात की शुरुआत की और सभी से http://MyGov.in पर रोड टू टोक्यो क्विज़ में भाग लेने का आग्रह किया।
प्रधानमंत्री ने कहा कि मिल्खा सिंह जी जैसे दिग्गज एथलीट को कौन भूल सकता है। उनसे जब हमारे एथलीटों का मनोबल बढ़ाने के लिए आग्रह किया तो वे बीमारी में भी तुरंत ही इसके लिए हामी भर दी लेकिन नियति को कुछ और मंजूर था। टोक्यो जा रहे हमारे ओलंपिक दल में भी कई ऐसे खिलाड़ी हैं, जिनका जीवन बहुत प्रेरित करता है। टोक्यो जा रहे हर खिलाड़ी का अपना संघर्ष रहा है, वो सिर्फ़ अपने लिए ही नहीं जा रहें बल्कि देश के लिए जा रहे हैं। हमें जाने-अनजाने में भी हमारे इन खिलाड़ियों पर दबाव नहीं बनाना है, बल्कि खुले मन से, हर खिलाड़ी का उत्साह बढ़ाना है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि कोरोना के खिलाफ लड़ाई में हम कई असाधारण मुकाम भी हासिल कर रहे हैं। 21 जून को वैक्सीन अभियान के अगले चरण की शुरुआत हुई और उसी दिन देश ने 86 लाख से ज्यादा लोगों को मुफ़्त वैक्सीन लगाने का रिकॉर्ड भी बना दिया और वो भी एक दिन में। वैक्सीन की सेफ्टी देश के हर नागरिक को मिले, हमें लगातार प्रयास करते रहना है। कई जगहों पर वैक्सीन hesitancy को खत्म करने के लिए कई संगठन, सिविल सोसायटी के लोग आगे आये हैं और सब मिलकर के बहुत अच्छा काम कर रहे हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि मेरी माँ तो क़रीब-क़रीब 100 साल की हैं, उन्होंने भी दोनों डोज लगवा लिए हैं। कभी-कभी किसी को इससे बुखार वगैरह आता है, पर वो बहुत मामूली होता है, कुछ घंटो के लिए ही होता है। देखिए वैक्सीन नहीं लेना बहुत खतरनाक हो सकता है। वैक्सीन न लगवा कर आप ख़ुद को तो ख़तरे में डालते ही हैं, साथ ही में परिवार और गाँव को भी ख़तरे में डाल सकते हैं। इसलिए जितना जल्दी हो सके वैक्सीन लगवा लीजिये और सबको बताइये कि भारत सरकार की तरफ से मुफ़्त वैक्सीन दी जा रही है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि कश्मीर के बांदीपोरा जिले में व्यवन गाँव के लोगों ने मिलकर 100%, शत प्रतिशत वैक्सीन का लक्ष्य बनाया और उसे पूरा भी कर दिया। नागालैंड के भी 3 गाँवों के लोगों ने भी 100% टीका लगवा लिया है। साल भर, रात-दिन इतने बड़े-बड़े वैज्ञानिकों ने काम किया है और इसलिए हमें विज्ञान पर भरोसा करना चाहिये, वैज्ञानिकों पर भरोसा करना चाहिये। और ये झूठ फैलाने वाले लोगों को बार-बार समझाना चाहिये कि इतने लोगों ने वैक्सीन ले लिया है, इससे कुछ नहीं होता है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि आजादी के 75 वर्ष का अमृत-महोत्सव हमारे लिए बहुत बड़ी प्रेरणा है। आज़ादी की जंग- देश के लिए मरने वालों की कथा है। आज़ादी के बाद के इस समय को हमें देश के लिए जीने वालों की कथा बनाना है। हमारे हर फ़ैसले, हर निर्णय का आधार होना चाहिए- Indiafirst.
प्रधानमंत्री ने कहा कि आपको याद होगा कि मन की बात में, मैंने युवाओं से स्वाधीनता संग्राम पर इतिहास लेखन करके, शोध करने की अपील की थी। मक़सद यह था कि युवा प्रतिभाएं आगे आए, युवा-सोच, युवा-विचार सामने आए, युवा- कलम नई ऊर्जा के साथ लेखन करे।
प्रधानमंत्री ने कहा कि ये हमारा सौभाग्य है कि हम आजादी के 75 वर्ष के पर्व का साक्षी बन रहे हैं। इसलिए अगली बार जब हम ‘मन की बात’ में मिलेंगे, तो अमृत-महोत्सव की और तैयारियों पर भी बात करेंगे। आप सब स्वस्थ रहिए, कोरोना से जुड़े नियमों का पालन करते हुए आगे बढ़िए, अपने नए-नए प्रयासों से देश को ऐसे ही गति देते रहिए।