बिजली वितरण की सटीक गणना में मीटरों का महत्वपूर्ण योगदान होता हैं, वर्तमान में डिजिटल इंडिया अभियान को गति देते हुए मध्य प्रदेश पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी ने स्मार्ट मीटरीकरण परियोजना का प्रभावी क्रियान्वयन कर रही हैं।
स्मार्ट मीटरीकरण को गुणवत्तापूर्ण एवं सटीक गणना से युक्त लागू करने के लिए बिजली कंपनी ने पोलो ग्राउंड इंदौर और उज्जैन में अत्याधुनिक तरीके की से नेशनल एक्रिडिटेशन बोर्ड फॉर टेस्टिंग एंड कॉलिब्रेशन लेबोरेटरी (NABL) की क्षमता बढ़ाकर अब 3000 मीटर से ज्यादा प्रतिदिन की गई है।
इसके अलावा अन्य जिलों, सर्कल में भी अत्याधुनिक तरीके की लेब से मीटर परीक्षण कार्य चल रहा हैं। बिजली कंपनी मुख्यालय पोलोग्राउंड इंदौर, उज्जैन व अन्य जिलों में मिलाकर दैनिक पांच हजार से ज्यादा एवं माह में डेढ़ से पौने दो लाख मीटरों की टेस्टिंग की जा रही हैं। इससे स्मार्ट मीटरीकरण को भी व्यापक रूप से गति मिल रही हैं।
कंपनी के प्रबंध निदेशक अनूप कुमार सिंह ने बताया कि कंपनी प्रत्येक मीटर का पहले अपनी लेब में टेस्ट करती हैं, इसके बाद फील्ड में लगाने का कार्य किया जाता हैं। मीटर निर्माता के बाद कंपनी की लेब में दुबारा परीक्षण से मीटरीकरण कार्य गुणवत्ता से होने के साथ ही उपभोक्ता संतुष्टि की दिशा में भी सकारात्मकता देखने को मिल रही हैं।
अनूप कुमार सिंह ने बताया कि वर्तमान में इंदौर सहित अन्य स्थानों पर तेजी से स्मार्ट मीटरीकरण में इन अत्याधुनिक मीटर टेस्टिंग लेब का योगदान अहम हैं। सभी लेब में पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के प्रशिक्षित इंजीनियर सेवाएं देते हैं।